Kanpur: कानपुर में मिला एक गिद्ध चर्चा का विषय बन गया. इसे बड़ी ईदगाह के कब्रिस्तान में कुछ लोगों ने देखा तो पकड़ लिया. यह गिद्ध देखने में काफी बड़ा है और हिमालय की 13 हजार फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है. अब यह लगभग लुप्तप्राय हो चुका है. इस गिद्ध के पंख बेहद बड़े हैं, जिसके कारण इसकी हर तरफ चर्चा हो रही है.
दरअसल देश में गिद्ध विलुप्त श्रेणी में आ गए हैं. सरकार इनके संरक्षण के लिए कई योजनाएं भी चला रही है. ऐसे में प्रदेश के कानपुर में मिले गिद्ध का मिलना काफी अहम है. यहां के ईदगाह कब्रिस्तान में एक सफेद हिमालयन गिद्ध मिला है, जिसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. इस गिद्ध के पंख लगभग पांच-पांच फीट के हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि गिद्ध प्रौढ़ है. यहां गिद्ध का जोड़ा कई दिन से डेरा डाले था. नर गिद्ध के पकड़े जाने के बाद वन विभाग मादा गिद्ध की तलाश में जुटा हुआ है.
गिद्ध की पहचान करने के बाद ईदगाह में रहने वाले सफीक नाम के युवक ने अन्य 5 लोगों के साथ मिलकर बड़ी चादर तानकर उसे पकड़ा. सफेद गिद्ध को देखने के लिए मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. गिद्ध के पकड़े जाने के बाद किसी ने उसे साइबेरियन पक्षी तो किसी ने उसे बड़ा बाज बताया. वहीं जब गिद्ध मिलने की सूचना वन विभाग लो लगी तो तत्काल टीम ईदगाह पहुच गईं. वन विभाग ने गिद्ध को अपने हैंडओवर कर लिया.
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह विलुप्त प्रजाति का गिद्ध है, जो कि अब हिमालय की ऊंचाइयों में पाया जाता है. फिलहाल जीव संरक्षण के लिए कानपुर वन विभाग की टीम ने इसे चिड़ियाघर भेज दिया है. कानपुर जू के डायरेक्टर अनुराग सिंह ने इसे अपने लिए सौभाग्य की बात बताया.
उन्होंने कहा कि यह गिद्ध हिमालयन प्रजाति का है. अब गिद्ध की इस दुर्लभ प्रजाति को कानपुर प्राणि उद्यान आने वाले दर्शक देख सकेंगे. इसके साथ ही उन्होंने मादा गिद्ध का पता करने के लिए वन विभाग की टीम के साथ जू की टीम को भी लगाया है. फिलहाल पकड़े गए गिद्ध को प्राणि उद्यान में 15 दिन क्वारंटीन में रखा जाएगा और इस दौरान उसकी हर गतिविधि पर नजर भी रखी जाएगी.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी