Bihar के भागलपुर में जोगसर थाना क्षेत्र के बूढ़ानाथ चौक स्थित केनरा बैंक के एटीएम से 8.98 लाख रुपये उड़ाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया. मामले में पुलिस ने जांच के बाद दोषी पाये गये दो अभियुक्तों के विरुद्ध एटीएम का मेंटेनेंस व रिफिल करने वाली कंपनी के ब्रांच मैनेजर पटना निवासी संतोष कुमार के आवेदन पर केस दर्ज किया. और दोनों आरोपित कर्मियों नाथनगर ललमटिया थाना क्षेत्र के साहेबगंज दिलदारपुर निवासी एटीएम ऑपरेटर अभिनव कुमार और अमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया. थानाध्यक्ष एसआइ रंजीत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जायेगा.
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि उक्त एटीएम में 9 दिसंबर 2022 से लगातार पैसे डाले जा रहे थे, तभी से राशि की कमी एटीएम के ट्रांजेक्शनों में देखी गयी. एटीएम के लेजर के मिलान में 9 दिसंबर 2022 से लेकर 3 जनवरी 2023 के बीच कुल 8 लाख 98 हजार रुपये कम पाये गये. 3 जनवरी को जब मामला एटीएम के मेंटेनेंस कंपनी मेसर्स राइटर बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के संज्ञान में आया तो कंपनी ने पहले अपने स्तर पर मामले की जांच की. इसमें पाया गया कि 12 दिसंबर 2022 को एटीएम के टेक्नीकल मेंटेनेंस टीम ने एटीएम के भीतर लगे हार्ड डिस्क के गायब होने की शिकायत की थी. इसके बाद काफी प्रक्रियाओं को लेकर मामला फंस गया और मेंटेनेंस टीम का ध्यान गायब हुए हार्ड डिस्क को लेकर डायवर्ट हो गया.
इसी दाैरान बड़ी ही चालाकी से एटीएम में पैसों की रिफिलिंग करने वाले कर्मी अभिनव व अमित ने करीब आधा दर्जन बार एटीएम मशीन में पैसे डाले और इसी दौरान हमेशा छोटी-छोटी राशि का गबन करने लगे. वहीं तीन जनवरी को हुए लेजर मिलान में यह बात बाहर आ गयी. इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गयी. बता दें कि मामले में तीन दिनों से एटीएम मेंटेनेंस कंपनी के अफसरों और कर्मियों से लगातार पूछताछ की जा रही थी. पूछताछ व दबिश देने के दौरान दोनों आरोपितों ने गबन की बात स्वीकार की. अब पुलिस दोनों अभियुक्तों से गबन किये गये पैसों का इस्तेमाल कहां किया गया और कहां छिपाया गया इसकी जानकारी निकाल रही है.
एटीएम ऑपरेटरों ने लोकल होने का उठाया फायदा
जोगसर थाना में मौजूद कंपनी के अफसरों ने बताया कि एटीएम ऑपरेटर के तौर पर लोकल कर्मियों की बहाली करना कंपनी की सबसे बड़ी भूल थी. इसका फायदा एटीएम से पैसों का गबन करने वाले कर्मियों ने धड़ल्ले से उठाया. लोकल होने की वजह से गायब किये गये पैसों को खपाने में भी उन्हें सहायता मिली. कुछ अफसरों ने दबी जुबां में यह भी कहा कि इसके बाद वे कंपनी के वरीय अधिकारियों से आग्रह करेंगे कि एटीएम के मेंटेनेंस के लिए लोकल कर्मियों को बहाल नहीं करें.
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