गिरिडीह में महाजुटान कार्यक्रम शुरू हो गया है. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने मधुबन बाजार में जुलूस निकाली है. झारखंड सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए जा रहे. कहा जा रहा कि आदिवासियों के वोट का दुरूपयोग करना बंद करो.
पारसनाथ महाजुटान कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए हैं. पारंपरिक हथियार के साथ लोग पारसनाथ पर्वत की चढ़ाई कर रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे.
मरांग बुरु पारसनाथ बचाओ आंदोलन के तहत गिरिडीह जिले के मधुबन में महाजुटान होगा. क्षेत्र के आदिवासी मूलवासी पारसनाथ पर्वत में मरांग बुरु यानी आदिवासियों का प्रमुख धर्मगढ़ की रक्षा के लिए आंदोलन का शंखनाद करेंगे. ऐसे में इस महाजुटान कार्यक्रम को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है.
पारसनाथ बचाओ महाजुटान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है. बड़ी संख्या में भीड़ की सूचना को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की गयी हैं. न केवल सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, बल्कि ड्रोन कैमरे से भी सभा स्थल एवं आसपास के इलाकों पर नजर रखी जाएगी. इतना ही नहीं, 13 मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गयी है. इससे पहले सोमवार को फ्लैग मार्च भी निकाला गया था.
गिरिडीह के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम को लेकर मधुबन में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से पूरे कार्यक्रम पर नजर रखी जा रही है.
महाजुटान कार्यक्रम में शामिल होने अलग – अलग जिलों से लोग पहुंच रहे है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है. इस कार्यक्रम को लेकर मधुबन बाजार में स्थित कई दुकानें बंद है. चप्पे – चप्पे पर पुलिस बल के जवान तैनात हैं. पारसनाथ पर्वत पर यात्री पैदल चढ़ाई कर रहे हैं. बाइक ओर डोली से आज एक भी यात्री नहीं चढ़ रहे हैं.
यह जुलूस फुटबॉल मैदान से निकालकर पहाड़ की तलहटी तक जाएगा. कार्यक्रम को पूर्व सांसद सालखन मुर्मू, विधायक लोबिन हेम्ब्रम, गीताश्री उरांव, सूर्य सिंह बेसरा, जयराम महतो समेत अन्य लोग संबोधित करेंगे.