Hyderabad: भारतीय सेना में भर्ती होने की ओर अपना कदम बढ़ाते हुए इन अग्निवीरों के पहले बैच की शुरुआत हैदराबाद के आर्टिलरी सेंटर में शुरू हो चुका है. अगर आप नहीं जानते तो बता दें देश एक लिए चुने जाने वाले 40,000 अग्निवीरों में से करीबन 5,500 अग्निवीरों की ट्रेनिंग यही से होने वाली है. बता दें यह देश की सबसे बड़ी ट्रेनिंग सेंटर्स में से एक है. इन बैचों को दो भाग में बांटा गया जिन्हें सिम्युलेटर और ऑटोमेशन तकनीक का इस्तेमाल करके एक मजबूत पाठ्यक्रम संरचना के माध्यम से उनतक देश को सबसे आधुनिक सुविधाएं पहुंचाई जाएगी.
आंध्रप्रदेश के अनाकापल्ली के एम नवीन कुमार ने बताया कि मैं काफी खुशकिस्मत हूं कि, अग्निवीर प्रशिक्षण के पहले ट्रेनिंग बैच का हिस्सा बन सका हूं. एम नवीन कुमार एक किसान के बेटे हैं और उनका हमेशा से सपना रहा है इस देश की सेवा करने का. बता दें इस प्रशिक्षण केंद्र में यह इकलौते उदाहरण नहीं हैं यहां आपको एम नवीन जैसे कई और उदहारण देखने को मिल जाएंगे, बता दें यहां कुल 2,200 अग्निवीर हैं जो कि अपनी पूरी ताकत और ध्यान लगाकर यहां 31 हफ्ते तक चलने वाली इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं.
इस प्रशिक्षण केंद्र में अग्नीवरों को दो चरण में ट्रेनिंग दी जाएगी. पहले चरण में इन युवा अग्निवीरों को बेसिक मिलिट्री ऑपरेशन्स की जानकारी दी जाएगी. इस ट्रेनिंग में अग्नीवरों को बेसिक साइबर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग, फायरिंग की ट्रेनिंग और कम्युनिकेशन समेत कई और चीजों की सीख दी जाएगी. बता दें इनमें से 3,300 अग्निवीरों को दूसरे चरण में प्रमोट किया जायेगा जहां इन्हें फरवरी महीने के बीच-बीच से इन्हें रिपोर्ट करना पड़ेगा और वहीं इनकी ट्रेनिंग 1 मार्च से शुरू कर दी जाएगी.
ब्रिगेडियर राजीव चौहान ने इन अग्निवीरों के बारे में बात करते हुए कहा कि- हम इन युवा अग्निवीरों की प्रशिक्षण करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. यह प्रोग्राम पूरी तरह से ट्रेंड अग्निवीरों को आर्टिलरी यूनिट्स में निर्बाध एकीकरण के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित रूप से तैयार किया गया है. आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि- डेवेलप्ड टेक्नोलॉजी अग्नीवरों के ट्रेनिंग में एक अहम् रोल निभाएगी. केवल यही नहीं उन्होंने आगे बताते हुए यह भी कहा कि टेक लवर युवाओं के लिए सिलेबस को एडजस्ट करना बहुत ही जरुरीहै. ऐसा करने से इस ट्रेनिंग प्रोसेस को और भी एफिसिएंट बनाया जा सकेगा.