रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर पर किशनगंज में बजरंग दल विभाग संयोजक गणेश झा ने सीजेएम कोर्ट में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
झा ने मामला दर्ज करने के बाद बताया कि बिहार में शिक्षा विभाग एक अनपढ़ और जाहिल व्यक्ति के हाथ में है.जो छात्रों को गलत जानकारी देकर पूरे देश में विद्वेष फैला कर राजनीति करना चाहते है. इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल कर बिहार की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त करने की जुगत में है.
मेरा बयान बहुजनों के हक में है और मैं उस पर अडिग व कायम रहूंगा…
ग्रंथ की आड़ में गहरी साजिश से देश में जातीयता व नफरत का बीज बोने वाले बापू के हत्यारों के प्रतिक्रिया की परवाह नहीं करता। वे इस कटु सत्य को भी विवादित बयान समझते हैं तो यह उनकी समझ हो सकती है।। pic.twitter.com/OHn4UlvA2M— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) January 12, 2023
झा ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को पहले किसी प्राथमिक विद्यालय में नामांकन लेकर बेसिक शिक्षा ग्रहण करना चाहिए. रामचरित मानस तो उसे अब इस जीवन में समझ में नहीं आएगा. क्योंकि जिसे दोहा और चौपाई में कोई फर्क नहीं दिख रहा है. ऐसे जाहिल लोग बिहार का शिक्षा विभाग चला रहें हैं उन्होंने इस सबके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवार ठहराया है.
बताते चलें कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बुधवार 11 जनवरी को तुलसीदास की रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला बताया था.नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए मंत्री ने आगे कहा था कि रामचरितमानस और मनुस्मृति समाज को विभाजित करने वाली पुस्तकें हैं.जिसके बाद शिक्षा मंत्री का विरोध शुरू हो गया.मौके पर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सह अधिवक्ता ओम कुमार,सचिव प्रमोद कुमार उपाध्यक्ष अजीत कुमार, पूर्व अध्यक्ष शिशिर ने किशनगंज में सीजेएम के में परिवाद दर्ज कराया गया है. मामला दर्ज कराया है.