रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर की टिप्पणी से जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पार्टी के नेता ओर सरकार के भवन निर्माण मंत्री डाॅ अशोक चौधरी ने कहा कि शिक्षा मंत्री का रामचरितमानस पर टिप्पणी सही नहीं है. उनका बयान जल्दीबाजी में दिया गया बयान है. रामचरितमानस पर बहुत से लोगों का विश्वास है. शिक्षा मंत्री के बयान से युवाओं में भ्रम फैलेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री को इस तरह के बयान से बचना चाहिए था. चौधरी ने कहा कि पूरा बहुजन समाज रामचरितमानस पर आस्था रखता है.
जदयू के स्टैंड को लेकर पूछे गये सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि हमलोगों को किसी भी धार्मिक ग्रंथ पर टिप्पणी नहीं करना चाहते. इससे लोगों की धार्मिक आस्था जुड़ी है. उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर की यह निजी बयान हो सकता है. खुद उनकी पार्टी ने इसे निजी बयान करार दिया है. शुक्रवार को भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा है कि प्रो चंद्रशेखर के बयान से राज्य सरकार को कोई लेना-देना नहीं है. इस दौरान उन्होंने राजद के बयान पर भी आश्चर्य जाहिर करते हुए कहा कि वह कैसे शिक्षा मंत्री के बयान को व्यक्तिगत विचार कह कर पल्ला झाड़ सकती है. प्रो चंद्रशेखर के बयान से लोगों के बीच यह संदेश गया है कि महागठबंधन हिंदुओं के खिलाफ है, जबकि इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
अशोक चौधरी ने कहा कि एक चौपाइ बोल कर शिक्षा मंत्री लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी धर्मों और उनके धर्मग्रंथों का बराबर सम्मान करते हैं. हम जानते हैं कि मुस्लिमों के लिए कुरान, ईसाइयों के लिए बाइबिल, सिखों के लिए गुरुग्रंथ साहिब और हिंदुओं के लिए रामचरितमानस जैसे ग्रंथों से किस प्रकार आस्था जुड़ी है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस के चौपाइयों की गलत तरीके से व्याख्या कर डाली. रामचरितमानस पर लोगों का सालों से विश्वास चला आ रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूजा पंडालों में जाते हैं. मित्तन घाट, बिहार शरीफ और मनेरशरीफ पर गये और उसका विकास कराया. प्रकाश पर्व पर इतनी अच्छी व्यवस्था की. उन्हाेंने कहा कि राम चरित मानस में वो सबरी कौन थी, वो नाविक कौन था, जिसने भगवान राम को नाव से पार कराया.