Prayagraj: माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति को लेकर एक बार फिर उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. इस दौरान संगम समेत गंगा के 15 घाट श्रद्धालु की पुण्य डुबकी के लिए तैयार किए गए हैं. भीड़ के मद्देनजर मेला के सभी 17 प्रवेश द्वार और स्नान घाटों पर कोविड हेल्प डेस्क तैनात कर दी गई है. ताकि, किसी भी तरह के संदिग्ध मरीजों को समय रहते चिह्नित किया जा सके. वहीं संतों-भक्तों से मास्क लगाने के साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए भी कहा गया है.
मकर संक्रांति का पर्व वैसे तो समूची दुनिया में आस्था पूर्वक मनाया जाता है. लेकिन, संगम नगरी प्रयागराज में विशेष महत्व है. मान्यता है कि मकर संक्रांति के मौके पर उत्तरायण होते सूर्य के दर्शन के लिए प्रयागराज में तमाम देवी देवता भी मौजूद रहते हैं. इस मौके पर तिल और गर्म कपड़ों के दान का विशेष महत्व होता है. मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहले ही पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आ चुके हैं. कोरोना संक्रमण काल के बाद ये पहला मौका होगा, जब श्रद्धालु बंदिशों से मुक्त होकर स्नान कर सकेंगे. मकर संक्रांति के मौके पर यहां 40 से 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है.
ज्योतिष के मुताबिक आज सूर्य उत्तरायण होंगे. रात 8:44 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही खरमास उतर जाएगा और शुभ घड़ी आ जाएगी. लेकिन, खिचड़ी का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा. पुण्यकाल भी रविवार की सुबह से शाम तक रहेगा. लेकिन, संगम पर डुबकी शनिवार को ही लगने लगी है.
भगवान सूर्य आज रात को ही मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे. लेकिन, उदया तिथि की मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति इस बार रविवार को मनाई जाएगी. संक्रांति सुबह 8:57 बजे से मान्य होगी, लेकिन महा पुण्यकाल सुबह 7:15 बजे से शुरू हो जाएगा.
ज्योतिषाचार्य जितेंद्र शास्त्री के मुताबिक पुण्यकाल शाम 5:46 बजे तक यानी 10 घंटे 31 मिनट तक रहेगा. खिचड़ी का त्योहार भी रविवार को ही मनाया जाएगा. इस दौरान तिल, गुड़ और उड़द का दान कर श्रद्धालु पुण्य फल अर्जित कर सकेंगे. इस बार मकर संक्रांति पर शनि की ढैया से उबरने का भी अहम संयोग है. शनि और सूर्य एक साथ मकर की कक्षा में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में शनि की दोषों से मुक्ति के जतन किए जा सकेंगे.
दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति के मद्देनजर मेला क्षेत्र में तीन हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. तीन एएसपी समेत कुल 19 अफसरों के पर्यवेक्षण में फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में तैनात की गई है. एसपी मेला सुरक्षा राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि सुरक्षा संबंधी सभी तैयारियां की गई हैं. 155 सीसीटीवी कैमरे पूूरे मेला क्षेत्र में लगाए गए हैं जिनके जरिए लाइव निगरानी की जा रही है. इसके अलावा ड्रोन कैमरों से भी संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है. अरैल, परेड, संगम, झूंसी में ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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मकर संक्रांति को लेकर जवान ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात हैं. जल पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ भी पूरी तरह से सतर्क है. इसके साथ ही अग्नि दुर्घटना से लोगों को बचाने के लिए मेला क्षेत्र में 14 फायर स्टेशन स्थापित किए गए हैं. घाटों पर जल पुलिस की ओर से 50 मोटर बोट और 100 नावों की व्यवस्था की गई है, जिसका प्रयोग मेले की सुरक्षा व्यवस्था बनाने में किया जाएगा.