Kanpur News: कानपुर चिड़ियाघर में बनी जंगल सफारी को शनिवार को एक बार फिर से खोल दिया गया है. यहां पर आने वाले दशकों के लिए 100 रुपये का शुल्क तय किया गया है. जंगल सफ़ारी में शेर, हिरन और विदेशी पशु पक्षियों को देखने को मिलेगा. दुधवा लायन सफ़ारी की तरह ही जंगल सफ़ारी कानपुर में दर्शकों को रोमांच का मजा मिलेगा. कम पैसों में टूर करने के लिए कानपुर में यह अच्छी जगह है. जंगल सफ़ारी में तीन वॉच टॉवर बनाए गए हैं. इसके साथ ही झील और नदी यहां की सुंदरता को और बढ़ा रहे हैं. भारत का सबसे बड़ा तीसरा चिड़ियाघर कानपुर में स्थित है. यहां पर जहाँ तक नजर जाए हर तरफ हरियाली छाई हुई है.
जंगल सफ़ारी का उद्घाटन 9 फ़रवरी 2022 को हुआ था, लेकिन बारिश हो जाने और जंगली जानवरों की वजह से इसे अनिश्चित समय के लिए बन्द कर दिया गया था. हालांकि इसे इस बार कुछ पाबंदियों के साथ खोला गया है. घने जंगल में प्राकृतिक झील, सन्नाटे को चीरते विदेशी परिदों के स्वर व झील के किनारे धूप सेंकते मगरमच्छ का अचानक पास बैठे परिंदे पर झपटना. यह कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि जू स्थित जंगल सफारी के आम नजारे हैं. इसे चिड़ियाघर आने वाले दर्शक मात्र 100 रुपये में वॉच टावरों पर खड़े होकर देख सकेंगे.
चिड़ियाघर के निदेशक केके सिंह का कहना है कि यहां आने वाले लोगों की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. पिछले साल इसका उद्घाटन हुआ था लेकिन बारिश के चलते जंगली जानवरों के खतरे को देखते हुए इसे अनिश्चित समय के लिए बंद करना पड़ा था. उन्होंने बताया कि यहां पर ऊंचाई से नजारे को निहारने के लिए तीन जगह वॉच टावर बनाए गए हैं.
Also Read: कानपुर में मिला हिमालयन गिद्ध, 5 फीट लंबे हैं पंख, पब्लिक ने पकड़कर वन विभाग को सौंपा, मादा की तलाश जारी…शनिवार को धूप निकलने पर शेरों ने बाड़े से बाहर निकलकर जमकर मस्ती की. एक दूसरे से लड़ते झगड़ते दिखाई दिए. उनकी दहाड़ सुनकर कई लोग रोमांचित हो गए. जंगल सफारी के दौरान लोग वाच टावर पर खड़े होकर यहां का नजारा ले सकेंगे. यहां पर हिरन से लेकर मगरमच्छ तक देखने को मिलेंगे. इस जंगल को करीब 50 साल पहले तैयार किया गया था. जंगल के बीच में झील भी है. यहां पर दिन में रंग-बिरंगे विदेशी पक्षी और मगरमच्छ को भी देखा जा सकता है. जंगल सफ़ारी में पहले दिन 100 से ज्यादा लोग पहुंचे.10 लोगों की टीम बनाकर ही जंगल सफ़ारी में प्रवेश दिया जा रहा है.
रिपोर्ट:आयुष तिवारी