पटना में ठंड बढ़ने के साथ एलपीजी सिलिंडर में गैस कम मिलने की शिकायतें बढ़ गयी हैं. इसके कारण एलपीजी सिलिंडर उपभोक्ता परेशान हैं. वैसे सामान्य दिनों में भी वजन से कम गैस मिलने की शिकायतें मिलती रहती हैं, लेकिन ठंड बढ़ने के बाद ये शिकायतें बढ़ गयी हैं. इससे कंपनी और एजेंसी के प्रबंधक परेशान हैं.
सूत्रों की मानें, तो ठंड के मौसम में पिछले कुछ सालों से गैस हीटर का चलन बढ़ गया है. इस कारण वेंडर व दुकानदार अवैध तरीके से गैस निकाल कर ब्लैक में बेच रहे हैं. इसी कारण से यह समस्या बढ़ी है. उपभोक्ता एजेंसी और कंपनियों के पास लगातार शिकायतें करते हैं, लेकिन ठोस हल नहीं निकल पा रहा है.
गैस कंपनियों की मानें, तो गोदाम से तो सिलिंडर सहित गैस का वजन लगभग 14. 2 किलो ग्राम गैस और सिलिंडर का वजन 15.3 किलो ग्राम होता है. कुल मिलाकर 29.5 किलोग्राम रहता है. यानी ग्राहक के पास 29.5 किलोग्राम का सिलिंडर भेजा जाता है. फिर सिलिंडर में गैस कैसे कम हो सकती है. इससे साफ है कि गैस एजेंसी के गोदाम से ग्राहकों के आवास के बीच रास्ते में सिलिंडर से गैस को निकाला जा रहा है.
राजेंद्र नगर के अमित, पोस्टल पार्क के उमा शंकर, मनोज राय, राजेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने जब सिलिंडर का वजन कराया, तो लगभग दो से तीन किलो तक गैस कम निकली. चोरी पकड़े जाने पर वेंडर डर गया और कहने लगा सर दूसरा सिलिंडर लाकर देते हैं. इस तरह का मामला अक्सर हर दिन हर मुहल्ले या कॉलोनी में देखने को मिलता है. कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि शिकायत संबंधित एजेंसी के प्रबंधक और कंपनी को अवश्य करें.
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सिलिंडर लेते वक्त वजन को लेकर वेंडर की बात पर कभी यकीन नहीं करें. सिलिंडर का वजन हर हाल में करवाएं. साथ ही अपने पास तौलने वाली मशीन रखें.
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एजेंसी तौलने वाली मशीन मुहैया कराती है. उस पर वजन कराने के अलावा अपने स्तर पर सिलिंडर का वजन अवश्य करें.
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सिलिंडर में गैस कम निकले, तो वेंडर की शिकायत गैस एजेंसी और संबंधित कंपनी के वरीय अधिकारी को अवश्य करें.
बिहार एलपीजी वितरक एसोसिएशन के महासचिव डॉ राम नरेश प्रसाद सिन्हा ने कहा कि सिलिंडर का वजन कम होने पर ऑन स्पॉट शिकायत करें. वजन कम होने पर एजेंसी तत्काल एक्शन लेती है. हर माह एक एजेंसी के पास 10 से 20 सिलिंडर में वजन कम होने की शिकायत मिलती है. कम वजन वाले सिलिंडर को वापस प्लांट में भेज देते हैं.