मेडिका ग्रुप के चेयरमैन डॉ आलोक राय के इस्तीफे की चर्चा जोरों पर है. इस ग्रुप में आर्थिक वर्चस्व और आंतरिक अनबन के कारण बड़ा बदलाव हुआ है. सूत्रों ने बताया कि डॉ राय ने अपना इस्तीफा मेडिका ग्रुप के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भेज दिया है. उनके इस फैसले के बाद बतौर डॉ नंदराम जयराम को नयी जिम्मेदारी दी गयी है. वहीं, सिंगापुर के निवेशकर्ताओं का इस ग्रुप पर हिस्सेदारी होने के कारण डॉ राय असहज महसूस करने लगे थे. इस कारण उन्होंने यह निर्णय लिया.
इधर, चर्चा यह भी है कि नये निवेशकर्ताओं की बैठक जनवरी के अंत तक होगी, जिसमें नये सिरे से बोर्ड का गठन किया जायेगा. वहीं, जैन समाज के कई अधिकारियों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि डॉ आलोक राय ने इस्तीफा दे दिया है. नये प्रबंधन ने भरोसा दिलाया है कि यह बदलाव मेडिका समूह का आंतरिक मामला है. मरीजों के इलाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा. रांची में भी भगवान महावीर मेडिका अस्पताल की शुरुआत वर्ष 2014 में की गयी थी.
मेडिका ग्रुप में शीर्ष स्तर में बदलाव की शुरुआत दिसंबर से ही शुरू हाे गयी थी. लेजर मशीन के उद्घाटन के दौरान डॉ आलोक व जैन समाज के लोग शामिल हुए थे. उस समय तक सब कुछ ठीक था, लेकिन उसके तुरंत बाद बदलाव हाेने शुरू हो गये थे. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में बदलाव मूर्त रूप ले लिया. 30 दिसंबर को मेडिका ग्रुप में डॉ नंदराम जयराम जुड़ गये. इसके बाद से डॉ राय ने खुद को अलग करना शुरू कर दिया.
डॉ राय द्वारा इस्तीफा देने के बाद यह भी अटकलें तेज हो गयी हैं कि नयी व्यवस्था में कुछ और बड़े पदाधिकारी भी ग्रुप को छोड़ सकते हैं. इनमें उनके करीबी भी हैं. इधर, मेडिका सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल प्रबंधन के संस्थापक, निदेशक और अधिकारियों के ग्रुप छोड़ने की अटकलें लगायी जा रही हैं.
यह गलत चर्चा है कि मैंने इस्तीफा दिया है. अभी तक मैं ग्रुप का चेयरमैन हूं. कहीं से कोई असमंजस की बात नहीं है और भ्रम फैलाया जा रहा है.
– डॉ आलोक राॅय