एक आदर्श अभिभावक बनना कोई आसान काम नहीं है. बच्चों की परवरिश और अच्छे संस्कार देने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. बच्चों को अच्छी आदतें सिखाने के साथ-साथ उनके बेहतर भविष्य को बनाने के लिए कई बार माता-पिता को सख्त कदम भी उठाने पड़ते हैं. हालांकि, कई बार ऐसा होता है, जब बच्चों को संभालना आपके लिए बहुत मुश्किल पल हो जाता है. इस दौरान कुछ माता-पिता अपने आपा खो बैठते हैं और बच्चों पर चीखना-चिल्लाना शुरू कर देते हैं. कभी-कभार तो हाथ तक उठ जाता है, मगर ये तरीका सही नहीं है. अगली बार जब आपको गुस्सा आये ,तो आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की जरूरत है. अगर आपने गलती से अपने बच्चे को मार या डांट भी दिया है, तो इन पांच टिप्स की मदद से वापस हालात पर काबू पा सकते हैं. साथ ही अच्छे माता-पिता बन सकते हैं.
जब बच्चा आपकी बात न सुनें या न समझें तो बुरा लगना स्वाभाविक है. ऐसे में आपको अपने बच्चे के नजरिए से देखने की जरूरत है, जो आपको हालात को बेहतर तरीके से निपटाने में मदद करेगा. चूंकि बच्चे आपको दूसरों के सामने समझाने की तरकीब नहीं जानते, इसलिए आपको उन्हें उनके नजरिए से देखने की जरूरत है.
एक अभिभावक होने के नाते आपको अपनी गलतियों से सीखने की भी जरूरत है और उन गलतियों को न दोहराएं, जो बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करे. एक बार हो गया सो हो गया, उस गलती को दोबारा न दोहराएं और अपनी गलतियों से सीखें. दोबारा बच्चे को डांटने, चिल्लाने और उसे सजा देने से बचें.
अगर आपने अपने बच्चे के सामने कोई गलती की है, तो उसे तुरंत माफी मांगें, क्योंकि माफी मांगने से कोई छोटा-बड़ा नहीं हो जाता है. हम सभी इंसान हैं और गलतियां इंसानों से ही होती हैं. इसलिए गलती को दोहराएं नहीं, बल्कि उसके लिए माफी मांगें. ये आपके बच्चे को आपसे अपनी बात कहने के लिए प्रेरित करेगा.
आपको अपने ऊपर काबू रखने की आवश्यकता है, जो आपके बेहतर तरीके से सोचने में मदद करेगा. इस तरीके से आप बेहतर तरीके से चीजों को संभाल पायेंगे और आपके बच्चे के सामने उचित व्यवहार को रखेंगे. इसलिए हालात कैसे भी हों अपने आप पर काबू रखना जरूर सीखें.
बच्चों को नखरे या फिर बुरे बर्ताव को खत्म करने के लिए आपको अपने बच्चों को अनुशासन सिखाने की जरूरत है. हालांकि, जब गुस्सा हों तो भूलकर भी इस स्थिति में अपने बच्चों को उनके गलत बर्ताव के लिए सजा न दें. अगर आपके बच्चे ने गलती की है, तो उसे देखकर गहरी सांस लें और मामले को संभालें.