अजय दयाल, रांची
नशा में वाहन चलानेवालों की जांच ट्रैफिक पुलिस ब्रेथ एनालाइजर मशीन से करती है. रांची जिले में इसकी जांच के लिए अब विशेष किस्म की 417 ब्रेथ एनालाइजर मशीन खरीदने का प्रस्ताव बनाया गया है. इसमें कैमरा भी लगा होगा. जांच के दौरान मशीन में चालक की तस्वीर भी आ जायेगी. विशेष किस्म की ब्रेथ एनालाइजर मशीन से चालक कितना नशा में है, उसकी रिपोर्ट भी ऑन स्पॉट मिल जायेगी. अभी ब्रेथ एनालाइजर मशीन से चालकों की रीडिंग लेने के बाद उसे चिकित्सक के पास भेजा जाता है.
चिकित्सक की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाती है. विशेष किस्म की ब्रेथ एनालाइजर मशीन से ऑन स्पाॅट रिपोर्ट मिलेगी. इसके आधार पर चालक पर जुर्माना किया जायेगा या अभियोजन के लिए अग्रसारित किया जायेगा. पुलिसकर्मियों के लिए 190 खुफिया कैमरे की भी खरीदारी की जायेगी. पुलिसकर्मी इसे वर्दी में लगायेंगे. ताकि, चालान काटने के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ किसी प्रकार की बदतमीजी होने पर उसकी रिकॉर्डिंग हो जाये.
तेज गति में वाहन चलाने से रोकने के लिए 46 स्पीड लेजर गन खरीदा जायेगा, जिसमें डेसिबल मीटर लगा होगा. स्पीड लेजर गन से ऑन स्पॉट गति माप कर संंबंधित वाहनों पर कार्रवाई की जायेगी. तेज गति में चलने वाला वाहन यदि एक पोस्ट से निकल गया, तो तुरंत उसके नंबर के आधार पर अगले चौक के ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को वायरलेस से सूचित कर दिया जायेगा, ताकि उस पर कार्रवाई की जा सके.
इसके लिए 28 दिसंबर 2022 को निविदा निकाली गयी थी. जैप डीआइजी सुनील भास्कर, प्रभारी ट्रैफिक एसपी नौशाद आलम, ट्रैफिक डीएसपी जीत बाहन उरांव तथा मुख्यालय डाटा सेंटर के दारोगा विकास कुमार की समिति बनायी गयी है. उक्त समिति निविदा मामले की जांच करेगी.