Gorakhpur: मौसम में बदलाव के कारण लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ठंड की वजह से जिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में इस समय अधिकांश मरीज फेफड़े से संक्रमित आ रहे हैं. इसमें अधिकांश मरीज ऐसे हैं, जिन्हें कफ की समस्या नहीं है. लेकिन, उनका गला बैठ गया है. उन्हें बोलने में परेशानी हो रही है.
डॉक्टरों के मुताबिक इस समय 50 प्रतिशत मरीज गले में खराश, सांस फूलने की बीमारी की समस्या से ग्रसित होकर आ रहे हैं. इसके अलावा जिला अस्पताल की ओपीडी में घुटने और गठिया दर्द के मरीज भी पहुंच रहे हैं, जिन्हें डॉक्टर उचित सलाह और इलाज कर रहे हैं.
मौसम में बदलाव के कारण ठंड की वजह से संक्रमण में इजाफा हुआ है. ऐसे में सांस और गले के रोगी अधिक आ रहे हैं. साथ ही घुटने के रोगियों में भी काफी इजाफा हुआ है. ठंड के मौसम में संक्रमण होने की वजह से रोगियों की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है.
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट देखने को मिली है और लंबे समय से ठंड पड़ रही है. इस वजह से इन्फेक्शन हो रहा है. डॉक्टरों की मानें तो सामान्य लोगों को भी गला बैठना, कफ, गले में खराश की समस्या हो जा रही है. लेकिन, दमा के रोगी इस ठंड से काफी परेशान हो रहे हैं. उन्हें सांस फूलने की दिक्कतें बढ़ गई है.
चिकित्सकों के मुताबिक इन परेशानियों से निजात के लिए कुछ सरल उपाय बेहद कारगर हैं. इस समय लोगों को गुनगुना पानी पीना चाहिए. एक दिन में कम से कम तीन लीटर पानी की जरूरत शरीर को होती है. आम लोगों को तीन लीटर से कम पानी नहीं पीना चाहिए. जाड़े में भी शरीर की पानी की जरूरत पूरी होना जरूरी है.
उन्होंने बताया कि इस सीजन में ताजा और गर्म भोजन, हरी सब्जियों व सलाद का भरपूर उपयोग करें और मौसमी फलों का सेवन करें. विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें तो सांस के रोगी बच्चे व बुजुर्ग घर से बाहर नहीं निकलें. सिर से लेकर पांव तक गर्म कपड़े पहनें. गर्म पानी पीते रहे, जिससे गले में खराश या सीने में संक्रमण नहीं हो.
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जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस समय ओपीडी में 50 प्रतिशत रोगी गले में खराश, खांसी, सांस फूलने, सीने में जकड़न की शिकायत लेकर आ रहे हैं. इनमें से कई रोगियों ने बताया कि हम ठंडा पानी पीते हैं. कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें बासी खाना बिना गर्म किए ही खाया था, जिससे उन्हें इस तरह की दिक्कतें हुई हैं. डॉ. राजेश ने बताया कि सभी मरीजों को दवा देने के साथ इस मौसम में बरती जानी वाली सावधानियों और उपाय से अवगत कराया गया है, इससे उन्हें आराम मिलेगा.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप गोरखपुर