मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र में 15 मीटर यानी जी प्लस थ्री से अधिक ऊंचाई वाली बहुमंजिली इमारतों पर फायर डिपार्टमेंट के बाद अब नगर निगम भी सख्ती बरतेगा. नगर आयुक्त नवीन कुमार ने नक्शा शाखा के दोनों सहायक को इसका सर्वे कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी सौंपी है. ताकि, स्वीकृत नक्शा में छेड़छाड़ व बिना नक्शा स्वीकृति के बने जी प्लस थ्री से अधिक ऊंचाई वाले भवन के साथ निर्माण कराने वाले इंजीनियरों के ऊपर कार्रवाई की जा सके. नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम के रिकॉर्ड में शहरी क्षेत्र में काफी कम बहुमंजिली इमारतों की नक्शा स्वीकृति की रिपोर्ट है. जबकि, शहर के हर गली-मोहल्ले व चौक-चौराहों पर 15 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले आवासीय व कमर्शियल भवन बने हुए है. यह शहर की सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है. रेरा के साथ फायर डिपार्टमेंट से इसकी रिपोर्ट तलब की गयी है. इसके बाद सर्वे के आदेश दिये गये है.
लपेटे में नक्शा बनाने वाले आर्किटेक्ट व स्ट्रक्चर इंजीनियर आयेंगे
नगर निगम में अभी धड़ल्ले से भवनों के नक्शा की स्वीकृति मिल रही है. नक्शा तैयार करने वाले आर्किटेक्ट के साथ स्ट्रक्चर इंजीनियर खूब अवैध कमाई कर रहे हैं. इसमें निगम के कुछ इंजीनियर व कर्मियों की भी संलिप्तता है. नगर आयुक्त इन सभी को लपेटे में लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. बताया कि जो भी आर्किटेक्ट गलत नक्शा बनाकर सौंपे होगे. या फिर स्ट्रक्चर इंजीनियर अपने रिपोर्ट में गड़बड़ी किये होंगे. सभी के ऊपर कार्रवाई होगी. सभी को बारी-बारी से नोटिस भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. कारण कि नक्शा बनाने के बाद कोई भी आर्किटेक्ट व स्ट्रक्चर इंजीनियर साइट विजिट नहीं कर अपनी रिपोर्ट निगम में नहीं सौंपते कि उनके द्वारा तैयार नक्शा के तहत बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है या नहीं.
2016 से स्वीकृत नक्शा की हो रही है तलाश
फायर डिपार्टमेंट ने नगर निगम से वर्ष 2016 से अब तक शहरी क्षेत्र में 15 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले कितने आवासीय व कमर्शियल भवनों की नक्शा की स्वीकृति मिली है. इसकी रिपोर्ट मांगी है. लेकिन, नगर निगम के पास 2016-19 तक की रिपोर्ट उपलब्ध ही नहीं है. बताया जाता है कि पहले एमआरडीए से नक्शा पास होता था. 2019 से नगर निगम अपने अधीन लेते हुए नक्शा की स्वीकृति दे रहा है. 2019 से अब तक के रिपोर्ट के अनुसार 100-150 के बीच ही बहुमंजिली इमारतों की नक्शा की स्वीकृति दी गयी है. हालांकि, नक्शा शाखा अभी फाइनल रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है.