बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा है कि भविष्य में शिक्षा प्रदान करने के लिए कुछ नवीन और नवाचारी तथा प्रोफेशनल लोगों को भी शामिल किया जायेगा. शिक्षा विभाग इस योजना पर काम कर रही है. शिक्षा मंत्री की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि शिक्षा विभाग की तरफ से राज्य के बच्चे बच्चियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने तथा विद्यालय की ओर आकर्षित करने के लिए नित्य नये नवाचार किये जा रहे हैं. पेरेंट्स टीचर मीटिंग करके छात्रों की अद्यतन स्थिति से अभिभावकों को अवगत कराया जा रहा है. असर की रिपोर्ट के संदर्भ में शिक्षा मंत्री ने कहा है कि प्रदेश के स्कूलों में नामांकन अनुपात बढ़ना संकेत देता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से शिक्षा में सुधार के लिए जो भी कदम उठाये गये हैं ,उससे छात्र- छात्राएं विद्यालय की तरफ आकर्षित हुए हैं.
अगले हफ्ते शिक्षा दान योजना को मिलेगी मंजूरी: दीपक कुमार सिंह
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह का कहना है कि बिहार के सरकारी स्कूलों से रिटायर्ड अफसरों ,शिक्षाविदों और विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों को जोड़ा जायेगा. इसके लिए ड्रॉफ्ट तैयार किया गया है. हम लोग अगले हफ्ते इस योजना को मंजूरी दे सकते हैं. इस योजना का नाम शिक्षा दान योजना रखा गया है. इससे शिक्षा की गुणवत्ता में और सुधार हो सकेगा.
‘नहीं मिलेगा मानदेय’
अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि यह स्वैच्छिक होगा. इसमें किसी को कोई मानदेय नहीं दिया जायेगा. विशेषज्ञ लोग या कोई भी पेशेवर अपने निकटवर्ती स्कूल में पढ़ा सकेंगे. हालांकि, अपर मुख्य सचिव ने साफ किया कि स्कूलों में इस योजना के तहत पढ़ाने से कोई यह नियमित होने का दावा नहीं कर सकेगा. उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने इस तरह की शिक्षा दान योजना के लिए नियमावली तैयार की गयी है. कौन लोग पढ़ा सकेंगे. इसके लिए बाकायदा नियम-कायदे तैयार किये गये हैं. शिक्षा दान योजना से स्कूलों में पढ़ाई का माहौल बनेगा. जानकारी के मुताबिक यह योजना शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर की पहल पर लायी जा रही है.