पटना के परसा बाजार में जमीन के खरीद-बिक्री का कारोबार करने वाले प्रेम पासवान की हत्या के मामले में पटना पुलिस ने साजिशकर्ता व शूटर समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि पुनपुन थाना क्षेत्र के हबीबपुर में डेढ़ बीघा जमीन के विवाद को लेकर प्रेम पासवान की हत्या की गयी थी. इस हत्या की साजिश कोई और नहीं बल्कि उसी के पार्टनर दिलीप यादव ने रची थी. गिरफ्तार अपराधियों के पास से तीन पिस्टल, एक देसी रिवॉल्वर, 20 गोली, वारदात में इस्तेमाल की गयी दो बाइकें और एक स्कूटी बरामद की गयी है. चार जनवरी को परसा बाजार के पुनपुन के रहने वाले और लैंड ब्रोकर प्रेम पासवान की हत्या हुई थी. साथ ही उसके दोस्त के पैर में भी गोली लगी थी. प्रेम की हत्या तब की गयी थी, जब वह बाइक से दोस्त ललन सुपारी के साथ एक जमीन की डील करने के लिए जा रहा था. गिरफ्तार शूटर भोजपुर में भी एक बिजनेसमैन की हत्या करने की सुपारी ले रखी थी. इस बात की जानकारी शूटर ने ही दी.
मिली जानकारी के अनुसार हबीबपुर में डेढ़ बीघा जमीन मंजू देवी नाम की महिला के पिता के नाम पर है. उनके पिता ने दो शादियां कर रखी हैं. इस कारण जमीन को लेकर उनका सौतेली मां और उनके बच्चों से विवाद चल रहा था. इस कारण मंजू देवी ने उस विवादित जमीन को किसी दबंग व्यक्ति से बेचने का प्लान बनाया. इसमें महिला के भतीजे विकास ने उनकी मदद की. उसने ममेरे भाई अनुज वर्मा को जमीन बेच दी और फिर अनुज वर्मा ने उस जमीन का एग्रीमेंट लैंड ब्रोकर प्रेम पासवान और उसके पार्टनर दिलीप समेत चार लोगों से करा दिया. लेकिन, इन्हें जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा था. क्योंकि, जमीन के रेट को लेकर विवाद हो गया था.
पुलिस की जांच में पता चला कि मंजू देवी घर बनवा रही थीं. इस कारण उन्हें रुपयों की जरूरत थी. लेकिन, एग्रीमेंट के बाद प्रेम पासवान रुपये नहीं दे रहा था. इसी के बाद मंजू के भतीजे विकास ने अनुज वर्मा, उसके बेटे साहिल वर्मा और प्रेम के पार्टनर दिलीप यादव के साथ मिल प्रेम की हत्या की साजिश रच डाली. इसी के बाद पार्टनर दिलीप ने वारदात के दिन एक दूसरी जमीन की एग्रीमेंट करने के लिए प्रेम को अपने पास बुलाया था. तब ललन सुपारी के साथ बाइक से प्रेम निकला. हबीबपुर में ही रहने वाले विकास ने लाइनर की भूमिका निभा रास्ते में इंतजार कर रहे शूटर्स को उसके निकलने की जानकारी दी.
छपरा का था शूटर, पांच लाख की दी थी सुपारी
मिली जानकारी के अनुसार विकास पहले से शूटर्स के साथ कांटेक्ट में था. वारदात को अंजाम देने के लिए छपरा के अपराधियों को हायर किया गया था. हत्या करने के लिए अनुज वर्मा की तरफ से पांच लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी. एडवांस के तौर पर एक लाख रुपया अनुज के बेटे साहिल वर्मा ने दिये भी थे. शूटर्स को छपरा से पहले ही बुला लिया गया था. उन्हें दानापुर में अंकित नाम के युवक के घर रखा गया था. काफी दूर तक पीछा करने के बाद परसा बाजार थाना इलाके में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया.