जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप अपने दृढ़ इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते हैं. उसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते हैं. वर्ष 2020 में पटना में महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा लगाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की थी और 19 जनवरी, 2023 उसका अनावरण कर दिया. अगर कोरोना नहीं आता, तो बहुत पहले ही उनकी प्रतिमा लग गयी होती.मुख्यमंत्री न्याय के साथ विकास के सिद्धांत पर चल रहे हैं. कुछ भी हो जाए, वे तनिक भी इससे विचलित नहीं होंगे.वे वोट की राजनीति नहीं करते हैं.श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिहार का विकास किया है और बिहार विकास की राजनीति करते हैं. आज महाराणा प्रताप स्मृति समारोह के इस अवसर पर हमसबको संकल्प लेना चाहिए कि न्याय के साथ विकास को घर-घर तक पहुंचायेंगे. वे सोमवार को स्थानीय मिलर हाइस्कूल मैदान में महाराणा प्रताप स्मृति समारोह व राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा जो भी व्यक्ति पटना आएं महाराणा प्रताप के सम्मान में फ्रेजर रोड स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा के आगे जरूर सिर झु़काएं .महाराणा समाज को जोड़ने और सबको साथ लेकर चलने की सिद्धांत पर काम करते थे. राज्य के वर्तमान नेतृत्व ने बिहार के स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं किया: विजय कुमार चौधरी: वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी अपने स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं किया. अगर समझौता करते, तो उन्हें सारा राज वापस मिल जाता.उसी तरह राज्य के वर्तमान नेतृत्व ने बिहार के स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं किया.बिहार और बिहारी के स्वाभिमान को आगे बढ़ाने के लिए सदा तत्पर है. उन्होंने कहा कि हालिया राजनीति परिस्थिति को देखते हुए सभी को मातृ प्रदेश की स्वाभिमान को समझना होगा.
महाराणा प्रताप सर्व समाज को साथ लेकर चलते थे : संजय झा
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि महाराणा प्रताप सर्व समाज को साथ लेकर चलते थे.उनके सेना में तत्कालीन समाज के सभी वर्ग और समुदाय के लोग शामिल थे.उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सर्व समाज और सभी समुदाय के लोगों को लेकर चल रहे हैं. अगर महाराणा प्रताप अपने स्वाभिमान से समझौता कर लेते ,तो उन्हें सारा राज वापस मिल जाता है. ठीक उसी तरह बिहार के मुख्यमंत्री ने भी बिहार स्वाभिमान से कभी न समझौता किया है न ही करेंगे. अब जरूरत है बिहार के स्वाभिमान को समझने की.
महाराणा प्रताप जाति नहीं जमात के सिद्धांत पर विश्वास करते थे: लेशी सिंह
खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप जाति नहीं जमात के सिद्धांत पर विश्वास करते थे. उनकी सेना में गरीब और वंचित समाज के लोग भी थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी सिद्धांत पर काम कर रहे हैं.