सरस्वती पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए सोमवार को नगर थाने पर जिला शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी. एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश व नगर डीएसपी के नेतृत्व में आयोजित बैठक में शांति समिति के सदस्यों के साथ मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने से लेकर विसर्जन तक की रणनीति तैयार की गयी. बैठक में सबसे प्रमुख फैसला यह रहा है कि शहर में आयोजित सभी पूजा समितियों की मूर्ति का विसर्जन आश्रम घाट पर किया जायेगा. एनजीटी के निर्देश का पालन करते हुए यह फैसला लिया गया है. प्रतिमा विसर्जन के लिए शहर के दक्षिणी छोर और जीरोमाइल की ओर से आनेवाली मूर्तियों के लिए भी रूट निर्धारण किया जायेगा.
एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि शहर में जितनी भी पूजा कमेटी हैं, सभी को लाइसेंस लेना होगा. लाइसेंस पर अपने वॉलंटियर का भी नाम लिखना होगा. सभी थानेदारों को कहा गया है कि अपने-अपने थाना क्षेत्र के संबंधित पूजा समितियों के साथ बैठक कर उनको जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा जारी संयुक्त आदेश से पूरी तरह से अवगत करा दें. एसडीओ ने यह भी बताया कि पूजा पंडाल में डीजे बजाने पर पूरी तरह से रोक रहेगी. लाउडस्पीकर बजाने के लिए अलग से थाने से लाइसेंस लेना होगा. नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि गली-मोहल्ले की पूजा समितियों पर भी पुलिस की पूरी निगरानी रहेगी. पुलिस बाइक से गली-मोहल्लों में गश्ती करेगी. इसके लिए वज्र, क्यूआरटी और एसटीएफ के जवानों को लगाया जायेगा. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे से पूरे शहर की गतिविधियों की मॉनिटरिंग होगी.
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. सर्विलांस ने टीम अभी से मॉनीटरिंग शुरू कर दी है. बैठक में नगर थानेदार श्रीराम सिंह, सिकंदरपुर ओपी प्रभारी सुनील कुमार पंडित, जिला शांति समिति के सदस्य वसिउल हक रिजवी, संजय केजरीवाल, रियाज अंसारी, चांद, पाले खान, वसीम अहमद मुन्ना, शब्बीर अहमद, आकाश चौधरी, शीतल गुप्ता, कन्हैया गुप्ता आदि उपस्थित थे.