मुजफ्फरपुर में सिकंदरपुर स्टेडियम के निकट पथ निर्माण विभाग का गोदाम सवालों के घेरे में आ गया है. परिसर में 2.5 करोड़ के वाहन और मशीन के अलावा लाखों के मशीनरी पार्ट्स की संख्या घट रही है. यू कहें कि हर दूसरे व तीसरे दिन चोर गोदाम से कीमती चीजों को लेकर भाग रहे हैं. चौंकाने वाली स्थिति यह है कि पिछले 10 वर्षों में चोरी की घटना को लेकर पथ निर्माण विभाग के यांत्रिक प्रमंडल की ओर से आठ बार थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है. लेकिन, चोरी का सिलसिला नहीं थमा. हालात यह है कि गोदाम में लोहे के छोटे-छोटे पार्ट्स इतने अधिक हैं कि रोज हो रही चोरी का विभाग को पता भी नहीं चलता. यही वजह है कि गोदाम में करीब एक दर्जन निर्माण से जुड़े वाहन खड़े हैं, जो दिनों-दिन खोखला होता जा रहा है. करोड़ों की सरकारी संपत्ति बर्बाद होने के साथ लूटी जा रही है. लेकिन, इसके सुरक्षा के इंतजाम को लेकर विभाग की ओर से सिर्फ पत्राचार किया गया. बता दें कि मंगलवार को भी गोदाम में चोरी को लेकर विभाग की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
जानकारी के अनुसार, बीते दस वर्षों में गोदाम में चोरी का मामला तेजी से बढ़ा. अब चौंकाने वाली स्थिति यह है कि पिछले दस वर्षों में पथ निर्माण विभाग की ओर से एक नाइट गार्ड की व्यवस्था नहीं हो सकी. इसके लिए जिले के अधिकारियों की ओर से सिर्फ पत्राचार किया गया. बता दें कि दिन में विभाग की ओर से सहायक व कनीय अभियंता के साथ तीन से चार कर्मी अपनी ड्यूटी देते हैं. लेकिन, रात के समय गोदाम की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
पथ निर्माण विभाग का हॉट मिक्स प्लांट सिकंदरपुर स्थित गोदाम में वर्ष-2012 में शिफ्ट हुआ था, जिसमें आनन-फानन में दाउदपुर कोठी से प्लांट के सभी मशीन व वाहनों को गोदाम में शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन, सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. ऐसे में वर्तमान में सभी गाड़ियों की टायर-ट्यूब खराब हो चुकी है. बाकी छोटे-छोटे खुलने वाले सामान की चोरी हो चुकी है. मिक्सर मशीन का सिर्फ ढांचा बचा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
चोरी की घटना के बाद नया शटर और दीवार की घेराबंदी के साथ तमाम तरह के इंतजाम किये गये हैं. लेकिन, कई बार गोदाम की दीवार को भी तोड़ कर चोरी हुई है. गार्ड रखने की व्यवस्था की जा रही है. हाल में लगातार चोरी की घटना को देखते हुए गोदाम में जो भी काम की चीज है. उसे दूसरे प्लांट में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है.
मनोज कुमार, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, यांत्रिक प्रमंडल