Republic Day 2023 Theme: देश इस साल अपना 74 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. 1950 में जब भारत का संविधान लागू किया गया था, तो उसी दिन से हर साल 26 जनवरी को इस दिवस को मनाने की शुरुआत हुई थी. आइए जानें गणतंत्र दिवस 2023 में क्या है खास और क्या है इस साल की थीम
भारत गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी 1950 को मनाने के लिए राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाता है, जिस दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था, इसने भारत सरकार अधिनियम 1935 को देश के शासी कानून के रूप में बदल दिया, भारत को ब्रिटिश राज से अलग एक गणतंत्र में बदल दिया. 26 जनवरी, 2023 को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस 2023 मनाएगा.
26 नवंबर, 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा संविधान को मंजूरी दी गई थी और यह 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 26 जनवरी, 1930 को भारतीय स्वतंत्रता की घोषणा जारी की, इसलिए उस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में चुना गया.
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने के अनुसार, इस वर्ष का गणतंत्र दिवस उत्सव जनभागीदारी के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करेगा.
भारत के 74 वें गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी भारत के मुख्य अतिथि होंगे. साथ ही मिस्र और भारत दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. अब्देल फतह अल-सीसी गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लेंगे. 2022-23 में भारत की G20 की अध्यक्षता के दौरान भी ‘अतिथि देश’ के रूप में मिस्र को बुलाया गया है. विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार मिस्र के राष्ट्रपति सीसी का 25 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया जाएगा.
गणतंत्र दिवस 2023 पर ध्वजारोहण समारोह सुबह 8 बजे शुरू होगा. इसके बाद 9:30 बजे और 10 बजे के बीच परेड शुरू होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमर जवान ज्योति की अपनी पारंपरिक यात्रा करेंगे. साथ ही भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ध्वजारोहण करेंगी.
26 जनवरी 1950 को भारत को अपना पहला राष्ट्रपति भी मिला था. इस दिन सुबह 10:18 पर देश का संविधान लागू होने के 6 मिनट बाद यानी 10:24 पर डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति पद के लिए शपथ ली थी और प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने इरविन स्टेडियम में देश का तिरंगा फहराया था. इसके बाद उन्होंने 26 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में भी घोषित किया था.