Latehar News: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) से निर्देश के बाद लातेहार के कोने गांव में अब खेती की नयी इबारत गढ़ी जा रही है. यहां की पारंपरिक सिंचाई विधि को काफी हद तक बदल दी गयी है. किसानों को फसलों की अधिक उत्पादकता प्राप्त हो सके, इसके लिए सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई व्यवस्था दी जा रही है. किसानों की मांग पूरी होने से उनके चेहरे पर मुस्कान है.
प्रथम चरण में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वीर शहीद नीलांबर पीतांबर की जन्म भूमि कोने गांव गये थे. इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री से गांव में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की थी.
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया था कि सिंचाई सुविधा नहीं होने कारण लोग कम समय खेती कर पाते हैं, जिससे उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो जाता है. किसानों ने यह भी कहा था कि डीजल पंप से खेतों से सिंचाई करना किसानों के लिए घाटे का सौदा है. इसलिए कुछ ऐसी व्यवस्था करवायें, जिससे ग्रामीणों को सुविधा मिल सके.
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कार्यक्रम के दौरान वीर शहीद नीलांबर पीतांबर के परपोते कोमल खरवार ने मुख्यमंत्री को योजनाओं से वंचित होने की बात कही थी. इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर शहीद के परिजनों को आवास योजना, पशुधन विकास योजना समेत अन्य योजनाओं से जोड़ा गया.
शहीद के घर तक जाने वाली सड़क को दुरुस्त किया गया. साथ ही सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की गयी है. देखते ही देखते कोने गांव की सूरत बदल गयी. अब शहीद के परिजन और ग्रामीण खुश हैं. वर्षों बाद उन्हें उनका अधिकार मिला.