Gorakhpur News: गोरखपुर के कैंट पुलिस ने मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस गैंग के सदस्य गोरखपुर समेत आसपास के जिलों में मोबाइल और अन्य सामानों की चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे. गैंग के सदस्य झारखंड के छोटे उम्र के गरीब बच्चों को 10 से 12 हजार रुपए महीने की सैलरी पर रखते थे और उनसे मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम दिलाते थे. गैंग के सरगना किसी बड़े शहरों में किराए का कमरा लेकर रहते हैं और वहीं से घटना की प्लानिंग तय करते थे.
गोरखपुर की कैंट पुलिस ने इन सभी आरोपियों को कलेक्ट्रेट परिसर से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि इस गैंग के सातों सदस्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे. 7 सदस्यों में एक बाल अपचारी भी शामिल है. गैंग के सदस्य पैसेंजर को अधिक टारगेट करते थे. यह लोग पहले पैसेंजर से जान पहचान बनाते थे, फिर उन्हें खाने की चीज में नशीली पदार्थ देकर बेहोश कर देते थे और उनका मोबाइल और सामान लूटकर फरार हो जाते थे. इन सभी आरोपियों की पहचान मनोज मंडल उर्फ बाटू, सुनील महतो, परन कुमार, करन कुमार, तेतर महतो, मोहम्मद सज्जाम, और एक बाल अपचारी के रूप में हुए. यह सभी झारखंड के तालझारी साहिबगंज के रहने वाले हैं.
मामले का खुलासा करते हुए एसपी सीटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि मुखबिर द्वारा कैंट पुलिस को सूचना मिली थी कि झारखंड से आए चोरों का गैंग कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद है और वह किसी घटना को अंजाम देने के लिए प्लानिंग कर रहे हैं. कैंट पुलिस को अपराधियों की काफी दिनों से तलाश थी. सूचना पर पुलिस टीम ने मौके पर घेराबंदी कर गैंग के सभी सदस्यों को दबोच लिया है.
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एसपी सिटी ने बताया कि गैंग के सदस्य गोरखपुर सहित कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती, देवरिया, संत कबीर नगर सहित कई जिलों में चोरी की घटना को अंजाम देते थे. पुलिस ने इनके पास से 11 मोबाइल फोन, 305 ग्राम नशीले पाउडर और 7700 रुपए कैश बरामद.
पुलिस ने आगे बताया, पकड़े गए गैंग के सदस्यों की खासियत यह है कि यह अपना ठिकाना किसी एक शहर में नहीं बनाते हैं. ये लोग किसी शहर में जाते हैं और एक-दो दिन में ही कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद वहां से दूसरे शहर चले जाते हैं. गैंग के सदस्यों में जो बच्चे हैं वह घटना को अंजाम देते थे. ये बच्चे रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मॉल, होटल जैसे भीड़भाड़ वाले जगहों पर वारदात को अंजाम देते थे.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर