पटना के आइजीआइएमएस अस्पताल में दलालों पर नकेल कसने के लिए अस्पताल प्रशासन ने नया कदम उठाने जा रहा है. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहरी परिसर से लेकर सभी जांच सेंटरों पर क्लोज सर्किट कैमरे लगाने का काम शुरू होने जा रहा है. सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद इसके फुटेज संस्थान के शीर्ष अधिकारी देखेंगे और जांच कराने वाले मरीजों के इर्द गिर्द कौन अनजान व्यक्ति भटक रहा और किस मरीजों को बहला फुसला कार बाहर जांच सेंटर पर ले जा रहा है इस पर ध्यान रखेंगे. आइजीआइएमएस प्रशासन को लगातार मिल रही शिकायतों पर गौर करते हुए अधिकारियों ने इस योजना को मंजूरी दी है. योजना के मुताबिक पहले चरण में उन जांच केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे जहां दलाल अधिक मिलते हैं.
एमआरआई सेंटर के पास भटकते हैं दलाल
आइजीआइएमएस में पिछले कुछ साल से दलालों का कब्जा अधिक हो गया है. अस्पताल सूत्रों की माने तो जब से एमआरआइ जांच की सुविधा बहाल की गयी है तब दलालों का कब्जा अधिक हो गया है. यहां तक कि दलाल कई बार मशीन खराब होने की गलत सूचना मरीजों को देते हैं और अनजान मरीज दलालों की चुंगल में फंस जाते हैं, मरीज अपने तय जांच सेंटरों में लेकर जाते हैं जहां से मोटी कमाई होती है.
इन अस्पतालों में भी लूटे जाते हैं मरीज
शहर के पीएमसीएच, एनएलजेपी हड्डी अस्पताल व गार्डिनर रोड अस्पताल में दलालों को पकड़ने के लिए कई बार कैमरे लगाने की योजना बनी. लेकिन आज तक धरातल पर नहीं उतर पायी. जबकि यहां महीने में एक से दो दलाल जरूर पकड़े जाते हैं. कई बार तो मरीजों को बेड से उठाकर प्राइवेट अस्पताल भी शिफ्ट कर चुके हैं. इन तीनों ही अस्पतालों में नकेल कसने के लिए कई बार जांच सेंटरों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात कही गयी, लेकिन योजना पर अमल नहीं हो सका.