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Bihar: लखीसराय में नक्सलियों के सफाये में तेजी, दूसरी तरफ प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों ने पकड़ी रफ्तार

Bihar News: लखीसराय में नक्सलियों पर लगाम लगाने के साथ ही विकास की योजना भी बन रही है. अब नक्सल प्रभावित इलाकों को सड़क से जोड़ने की कवायद तेज हो गयी है. गांव को भी सड़कों से जोड़ा जा रहा है.

राजीव मुरारी सिन्हा: लखीसराय जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों के द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. यही कारण है कि विगत वर्ष सुरक्षाबलों के द्वारा दो नक्सलियों को मार गिराये जाने के साथ ही कुल 22 नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया गया था. इसके बाद वर्ष 2023 के शुरुआत में ही सुरक्षा बलों के द्वारा हार्डकोर नक्सली दुखनी कोड़ा के साथ ही कुल पांच नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. वहीं क्षेत्र में बचे अन्य नक्सलियों के खिलाफ भी लगातार छापेमारी की जा रही है.

नक्सल प्रभावित क्षेत्र को मिलेगी सड़क की सुविधा

जहां एक ओर सुरक्षा बलों के द्वारा नक्सलियों के सफाया किये जाने का अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन के द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास की योजनाओं पर भी काम शुरू कर दिया गया है. इस क्रम में नक्सल प्रभावित कजरा थाना क्षेत्र के कसुआ पुल से अति नक्सल क्षेत्र राजघाट कोल तक लगभग दो किलोमीटर सड़क निर्माण कराये जाने की पहल शुरू कर दी गयी है. बताया जा रहा है कि इस सड़क का डीपीआर भी तैयार कर लिया गया है तथा अब टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू किये जाने की तैयारी की जा रही है.

गांव में भी सड़क निर्माण शुरू

इस सड़क निर्माण शुरू होने के बाद दूसरे फेज में राजघाट कोल से कानीमोह तक एक किलोमीटर तथा कानीमोह से मनियारा गांव तक भी सड़क निर्माण किये जाने का प्रस्ताव है. यहां बता दें कि इसके लिए स्वयं डीडीसी सुधीर कुमार ने इस क्षेत्र का एएसपी अभियान मोती लाल के साथ विगत 30 सितंबर को जायजा लिया था. जिसके बाद ग्रामीण कार्य विभाग इसके लिए डीपीआर तैयार करने में जुट गया था.

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सड़क से जुड़ने के बाद विकास का खुलेगा द्वार

बता दें कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण होने से इन इलाकों के ग्रामीणों को जहां आवागमन में सुविधा होगी. वहीं क्षेत्र में विकास किये जाने का मार्ग भी प्रशस्त होगा. सड़क बन जाने से क्षेत्र को विकास के मार्ग पर ले जाने में सुविधा होगी. इसके साथ ही नक्सलियों को इस क्षेत्र से पूरी तरह सफाया करने में भी मदद मिलेगी.

सड़क मिलने से सुविधा का ले सकेंगे लाभ

स्थानीय लोगों के अनुसार क्षेत्र में सड़क नहीं होने से विशेषकर बीमार लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए शहर आने जाने में काफी परेशानी होती है. सड़क मिलने से वाहन की सुविधा भी होगी तथा आवागमन सुगम होगा. यहां बता दें कि विगत 20 अक्तूबर को जिला प्रशासन ने विशेष ग्राम विकास शिविर लगाकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिये जाने की कोशिश की थी, जिसे स्थानीय लोगों के द्वारा काफी सराहा गया था.

बोले अधिकारी

ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार ने बताया कि शनिवार को कसुआ से राजघाट कोल तथा राजघाट कोल से कानीमोह तक विशेष केंद्री सहायता योजना से सड़क निर्माण किये जाने का प्रस्ताव है. उसके बाद कानीमोह से मनियारा तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि उपरोक्त दोनों सड़क निर्माण के लिए डीपीआर तैयार किया गया है. इसके बाद अब टेंडर की प्रक्रिया की जायेगी.

बोले एएसपी

एएसपी अभियान मोती लाल ने बताया कि कसुआ पुल से राजघाट कोल व उसके आगे भी सड़क निर्माण का प्रस्ताव है. सड़क निर्माण होने से क्षेत्र में विकास की किरण पहुंचेगी तथा लोग भी समाज के मुख्यधारा से जुड़कर सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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