February 2023 Meen Rashifal: फरवरी 2023 का प्रारंभ हो चुका है. साल के दूसरे महीने में लोग नई उपलब्धियों, संभावनाओं और उम्मीदों की ओर देख रहे हैं. इस माह में जातकों का का मासिक राशिफल कैसा रहेगा, इसके बारे में बता रहे हैं राशि वालों की किस्मत चमकने वाली और किसे थोड़ी और चुनौतियों का सामना करना है, इसे जानने के लिए फरवरी 2023 का मासिक राशिफल
मीन राशि चक्र की बारहवीं राशि है और इसका स्वामित्व बृहस्पति ग्रह को प्राप्त है. इस राशि में जन्मे जातक आमतौर पर अनुशासित और व्यापक सोच वाले होते हैं. ये अपना अच्छा-बुरा भलीभाँति जानते हैं. इनका ध्यान अधिकतर अध्यात्म की ओर रहता है. ये लोग घूमने-फिरने के भी बेहद शौकीन होते हैं.
कार्यक्षेत्र
करियर के लिहाज से देखा जाए तो इस महीने राहु-केतु क्रमशः दूसरे और आठवें भाव और शनि बारहवें भाव में स्थित होगा, जिसके कारण आपको अपने पेशेवर जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति पहले भाव में स्थित होंगे, मगर सूर्य और बुध बारहवें भाव में स्थित होंगे, जिसके कारण कार्यस्थल पर आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है. साथ ही हो सकता है कि आप अपने काम समय पर पूरा न कर पाएं.
आर्थिक
आर्थिक रूप से देखा जाए तो बारहवें भाव में बुध और शनि की स्थिति, दूसरे और आठवें भाव में राहु-केतु की स्थिति के कारण आपके खर्चों में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है. आशंका है कि आपके ज़्यादातर खर्च घर-परिवार के लिए होंगे. ऐसे में धन की बचत करने में सक्षम नहीं होंगे. जो लोग शेयर मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं, उन्हें पहले भाव में बृहस्पति की स्थिति और पांचवें, सातवें और नौवें भाव पर उसकी दृष्टि पड़ने के कारण अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
स्वास्थ्य
सेहत के लिहाज से देखा जाए तो इस महीने इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि बृहस्पति की दृष्टि पांचवें भाव पर है और मंगल वृषभ राशि स्थित है. दूसरी ओर सूर्य, शनि और बुध की प्रतिकूल स्थिति के कारण, आप खांसी, पैरों और जोड़ों में दर्द, मानसिक तनाव और घबराहट जैसी समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं.
प्रेम व वैवाहिक
इस महीने शनि की स्थिति बारहवें भाव में और राहु-केतु की स्थिति क्रमशः दूसरे और आठवें भाव में होने के कारण, आपको अपने प्रेम और वैवाहिक जीवन में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. 15 फरवरी 2023 के बाद शुक्र पहले भाव में विराजमान होगा, जिसके परिणामस्वरूप प्रेम और वैवाहिक जीवन में मधुरता संभव होगी.
पारिवारिक
पारिवारिक जीवन की बात करें तो इस महीने आपको अपने परिवार में मतभेद और वाद-विवाद का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि शनि, राहु और केतु की स्थिति अनुकूल नहीं है. दूसरी ओर बारहवें भाव में सूर्य के साथ शनि स्थित है, जो अहंकार से संबंधित समस्याओं जन्म दे सकता है और बड़े-बुज़ुर्गों के साथ संबंध ख़राब कर सकता है.
उपाय
प्रतिदिन हनुमान जी की पूजा करें.
शनिवार के दिन शनि देव के लिए तेल का दीपक/दीया जलाएं.
प्रतिदिन 108 बार ‘ॐ गुरुवे नमः’ का जाप करें.