पटना. बिहटा एयरपोर्ट के सिविल एनक्लेव का निर्माण आठ एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग पर अटक गया है. सूत्रों की मानें तो बीते माह हुए एयरपोर्ट पर्यावरण सलाहकार समिति की बैठक में भी यह मामला सामने लाया गया था. एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारी सिविल एनक्लेव के निर्माण के लिए आठ एकड़ और जमीन चाहते हैं, क्योंकि तैयार डीपीआर के अनुसार जो 108 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी गयी है, उसमें 25 लाख सालाना यात्रियों की क्षमता वाला विशाल सिविल एनक्लेव बनाने के बाद वाहनों की पार्किंग के लिए जगह नहीं बचता है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी आठ एकड़ और जमीन मिलने पर ही बिहटा एयरपोर्ट के सिविल एनक्लेव के निर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहते हैं. वहीं, मामले में राज्य सरकार के अधिकारियों को कहना है कि पहले जो जमीन बिहटा एयरपोर्ट को दी गयी है उस पर एयरपोर्ट अथॉरिटी निर्माण शुरू करे. फिर जरूरत पड़ने पर उसके और जमीन की मांग पर विचार किया जायेगा. सूत्रों की मानें तो बीते दिसंबर में हुई बैठक में शामिल एक वरीय अधिकारी ने पटना एयरपोर्ट का उदाहरण भी दिया, जहां बिना किसी पूर्व वचनबद्धता के जरूरत पड़ने पर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जमीन उपलब्ध करवायी गयी है. लेकिन इस आश्वासन के एक माह बीतने के बावजूद अब तक एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण की दिशा में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया है और एयरपोर्ट के सिविल एनक्लेव के निर्माण के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया रुकी पड़ी है.
सूत्रों की मानें तो इस वित्तीय वर्ष में अब टेंडर प्रक्रिया के शुरू होने की कोई संभावना नहीं है और जब तक अतिरिक्त जमीन को लेकर राज्य सरकार के साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी की सहमति नहीं बनती मामला इसी तरह रुका रहेगा. हालांकि, निर्माण कार्य शुरू होने में जितना वक्त लगेगा, उतना ही निर्माण की लागत भी बढ़ेगी. ऐसे में प्रोजेक्ट पर खतरा मंडराने लगा है.