पटना. सीनियर आईएएस अधिकारी और मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ पटना के सचिवालय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. उनपर विभागीय बैठक में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करने का गंभीर आरोप लगाया गया है. बासा के अध्यक्ष सुशील तिवारी ने कहा कि हम मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव से मांग करते हैं कि सरकार तत्काल केके पाठक को बर्खास्त करे. अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हमारा संगठन सड़क पर उतरने को तैयार है. इधर मद्य निषेद मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि अगर अपर मुख्य सचिव ने ऐसी भाषा का प्रयोग किया है तो गलत है.
दरअसल गुरुवार को प्रशासनिक महकमे में एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में केके पाठक बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को गालियां देते हुए, उनकी ऐसी तैसी करने की बात कहते हुए दिखे. वीडियो किसी मीटिंग का है. मीटिंग में केके पाठक के साथ साथ दूसरे कुछ लोग भी बैठे हुए है. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. हालांकि इस वीडियो के आधार पर बिहार प्रशासनिक सेवा संघ ने केके पाठक के खिलाफ केस दर्ज कर दिया है.
वायरल वीडियो को गौर से सुनने पर पता चलता है कि बैठक के दौरान केके पाठक पहले बिहार के लोगों को कोसते हैं. वे कह रहे हैं कि यहां का लोग आदमी है …, चेन्नई में लोग बायें से चलते हैं. यहां देखे हो किसी को बायें से चलते? लाल लाइट पर चेन्नई में किसी को हार्न बजाते देखे हो? यहां … ट्रैफिक में खड़ा होकर पैं..पैं..हार्न बजायेगा. देखे नहीं हो क्या तुम लोग बेली रोड पर. …, लाल लाइट भी है और पैं…पैं..भी करेगा. यहां का आदमी, आदमी है?. लोगों को कोसने के बाद केके पाठक बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के बारे में बोलते हैं. कहते हैं कि यहां डिप्टी कलेक्टर का ये हाल है. अब मैं … की….अरे, जरा दो-चार लोग लिख कर दो तो कागज पर. .., डिप्टी कलेक्टर…. इनकी ऐसी तैसी करता हूं. कल जरा भेजो मुझको, मैं बासा का बैंड बजाता हूं. और…हम लोग 13 तारीख को इसको डिस्कस करेंगे, वेडनेस डे को.
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ यानि बासा के अध्यक्ष सुशील तिवारी ने केके पाठक के खिलाफ केस दर्ज कर दिया है. सुशील तिवारी ने कहा कि केके पाठक उत्पाद, मद्य निषेध औऱ निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं. साथ में बिपार्ड के डीजी भी है. उनके इस वीडियो को देखने के बाद बिहार के प्रशासनिक अधिकारी स्तब्ध हैं. सुशील तिवारी ने कहा कुछ दिन पहले बासा ने केके पाठक से मांग की थी कि नवनियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों की ट्रेनिंग में थोड़ी नरमी बरती जाये, लेकिन पाठक ने इसे अपने इगो पर ले लिया. वे बासा पर निशाना साधने लगे. केके पाठक ही निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं इसलिए उन्होंने बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के रजिस्ट्रेशन को ही रद्द कर दिया है. बासा के अध्यक्ष ने कहा कि केके पाठक का अहंकार बहुत बड़ा है.