आशीर्वाद टावर अग्निकांड की जांच चौथे दिन भी जारी रही. अब तक कोई भी जांच एजेंसी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है. जिस अपार्टमेंट में आग लगी, उसे अब भी सील रखा गया है. मामले में सुबोध लाल के बयान पर अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. वहीं बगल के ए ब्लॉक में लगभग सभी लोग अपने घर लौट आये हैं. दूसरी तरफ, हाइकोर्ट की फटकार के बाद शुक्रवार को विभिन्न जांच एजेंसियां रेस रही. आशीर्वाद टावर में अगलगी की घटना के बाद स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है.
प्रशासनिक टीम ने की विभिन्न बिंदुओं पर जांच : अपर समाहर्ता नंद किशोर गुप्ती की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय प्रशासनिक टीम ने अग्निकांड के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. जांच टीम में सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार, ऊर्जा विभाग के कार्यपालक अभियंता एसपी तिवारी तथा अग्निशमन विभाग के प्रतिनिधि शामिल हैं.
आज समाहरणालय में अपर समाहर्ता ने जांच टीम के सदस्यों के साथ बैठक कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. नक्शा तथा अपार्टमेंट में उपलब्ध अग्निशमन, बिजली के वायरिंग सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली. जांच पूर्ण होने में अभी दो-तीन दिन लग सकता है. बिजली विभाग की जांच में भी अभी तक कारणों का पता नहीं चल पाया है. अग्निशमन विभाग भी अलग से जांच कर रही है. सोमवार को विभाग के डीआइजी आनेे वाले हैं.
आशीर्वाद टावर के जिस बी ब्लॉक में आग लगी थी, उसमें शनिवार से सफाई का काम शुरू होगा. साफ-सफाई, रंगरोगन और बिजली-पानी आपूर्ति के बाद ही रहने की अनुमति दी जायेगी. हालांकि बिजली विभाग ने बी ब्लॉक में बिजली आपूर्ति करने के लिए शुक्रवार को मुआयना किया. क्षतिग्रस्त हुए बिजली सामग्री को चिह्नित किया है.
जल्द ही बिजली ठीक करने की भी बात कही. घटना के बाद से यह ब्लॉक मजिस्ट्रेट की निगरानी में है. इधर, सोसाइटी के सुरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि उक्त कमियों को ठीक करने में 10 से 15 दिनों का समय भी लग सकता है. फिलहाल, इस बिल्डिंग में रहनेवालों ने गुरुद्वारा के अलावा अपने पड़ोसियों सहित अन्य जगहों पर शरण ले रखी है.
इस बिल्डिंग में कुल 40 परिवार रहते हैं. वहीं ए ब्लॉक में बिजली आपूर्ति बहाल होने के बाद 24 परिवार अपने फ्लैट में लौट गये हैं. धनबाद सीओ प्रशांत लायक के निर्देश पर घटनास्थल की वीडियोग्राफी करायी गयी. ताकि लोगों को मुआवजा दिलाया जा सके.
मृतकों के आश्रितों की सूची पीएमओ, सीएमओ को भेजी गयी : जिला प्रशासन की तरफ से शुक्रवार को अग्निकांड के शिकार सभी 14 मृतकों के परिजनों की सूची प्रधानमंत्री कार्यालय एवं मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी गयी. पीएमओ एवं सीएमओ से मुआवजा राशि आवंटित होने के बाद उनके परिजनों को राशि दी जायेगी. गुरुद्वारा में रह कर रहे कर्मकांड : इस अग्निकांड में अपनी पत्नी, पिता को खोने वाले व्यवसायी सुबोध लाल श्रीवास्तव अब भी छोटा गुरुद्वारा में रह कर उसके छत पर हिंदू रीत-रिवाज से दोनों परिजन का कर्मकांड कर रहे हैं. यहीं से श्राद्ध कर्म भी होगा. गुरुद्वारा प्रबंधन उन्हें पूरा सहयोग कर रहा है.
बी ब्लॉक के आठवें मंजिल पर रहने वाले गुरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर आशीर्वाद टावर में आने का आग्रह किया है. कहा है कि झारखंड के स्थापना दिवस पर चार फरवरी को आपका आगमन धनबाद में हो रहा है. घटना के बाद यहां के लोग मर्माहत हैं. आपके आने से लोगों को साहस मिलेगा.