बिहार के भागलपुर जिले में कैंसर रोगी की संख्या घटने के बदले बढ़ रही है. गैर संचारी रोग विभाग ने जिले में कैंसर रोग की पहचान के लिए विभिन्न कैंप आयोजित किये. वर्ष 2022 अप्रैल से दिसंबर माह तक कैंसर के कुल 203 नये मरीज मिले हैं. जिले में ब्रेस्ट, मुंह एवं गर्भाशय कैंसर की जांच होती है. सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधा अब तक उपलब्ध नहीं है.
पिछले साल जांच में सबसे ज्यादा माउथ कैंसर के रोगी मिले. कुल 203 कैंसर रोगी में 172 को माउथ कैंसर के हैं. ब्रेस्ट कैंसर रोगी 19 महिलाएं तो गर्भाशय में 9 महिला को कैंसर हुआ है. जबकि तीन कैंसर के मरीज ऐसे मिले जिनको अन्य तरह का कैंसर था.
सबौर के सुल्तानपुर भिट्ठी में कैंसर जांच शिविर पिछले माह लगा था. इस शिविर की अंतिम रिपोर्ट आ गयी है. इस शिविर में कुल 190 लोगों की जांच हुई थी. इनमें 11 कैंसर के संदिग्ध रोगी मिले. 18 का मुंह का स्वरूप बिगड़ रहा है. 29 लोग ऐसे हैं जिनका फॉलाेअप किया जा रहा है. पूर्व में यहां तीन कैंसर के मामले सामने आये थे. जांच रिपोर्ट में कहा गया है जो संदिग्ध मामले सामने आये हैं वो लोग तंबाकू, गुटखा समेत अन्य नशा का सेवन करते हैं.
मायागंज समेत जिले के सरकारी अस्पताल में कैंसर का इलाज नहीं है. यहां प्रारंभिक जांच के बाद मरीज को महावीर संस्थान, पटना सहित अन्य अस्पताल आगे जांच एवं इलाज के लिए भेजा जाता है.
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जिले में सुपर स्पेशियलिटी एवं फैब्रिकेटेड अस्पताल पर नजर अब टिकी है. मायागंज अस्पताल के अंदर फैबिकेटेड अस्पताल का निर्माण हो रहा है. यहां कैंसर मरीज को कीमोथैरेपी देने की बात कहीं जा रही है. जबकि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कैंसर रोगी के लिए अलग से विभाग एवं चिकित्सक तैनात होंगे.
जिले में विभिन्न कैंप में कैंसर रोगी मिले हैं. जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इलाज के लिए बाहर भेजा जाता है.
डॉ पंकज मनस्वी, गैर संचारी रोग पदाधिकारी, भागलपुर