देवघर, संजीव मिश्रा : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देवघर की विजय संकल्प रैली के जरिए संताल परगना की तीनों लोकसभा सीटों गोड्डा, दुमका और राजमहल के लिए चुनावी बिगुल फूंका. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को भ्रष्ट सरकार बताते हुए उखाड़ फेंकने की अपील की और आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 14 सीटें बीजेपी की झोली में डालने की गुजारिश की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने आदिवासी, दलित और पिछड़े समेत सभी वर्गों के कल्याण पर जोर दिया है. विकास के लिए 2024 में जरूर कमल खिलाएं. इससे पहले उन्होंने इफको की नैनो यूरिया खाद कारखाना की आधारशिला रखी. देवघर एयरपोर्ट पर विशेष विमान से उतरने के बाद अपनी पत्नी के साथ वे बाबा बैद्यनाथ मंदिर गए और विधि-विधान से उन्होंने पूजा-अर्चना की.
80 करोड़ लोगों को अगले साल तक मुफ्त अनाज
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विजय संकल्प रैली ने कहा कि विकास चाहिए तो 2024 में कमल खिलाएं और सभी 14 सीटें बीजेपी की झोली में डाल दें. संसद में पेश बजट में सात लाख तक आय वालों को इनकम टैक्स में छूट दी गयी है. इससे मध्यम वर्ग को काफी राहत मिलेगी. आदिवासी भाइयों के लिए एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जाएंगे और 38 हजार शिक्षकों की बहाली होगी. अगले एक साल तक देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया जाएगा. पीएम मोदी ने हमेशा गरीब, दलित व पिछड़े वर्गों के कल्याण पर जोर दिया है. देश के इतिहास में पहली बार आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाकर सम्मान दिया गया है. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बताया. उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति की जा रही है. जनता सब जानती है. चुनाव में जवाब देगी. राज्य में घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है. आदिवासियों की संख्या 35 फीसदी से 24 फीसदी हो गयी है.
दूसरी बार पहुंचे देवघर
देश के गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को दूसरी बार बाबा मंदिर पहुंचे. पहली बार 14 दिसंबर 2019 में विधानसभा के चुनावी सभा के दौरान देवघर आये थे, उस समय भी बाबा मंदिर में पूजा अर्चना की थी, लेकिन इस बार वो धर्मपत्नी सोनल बेन के साथ पहुंचे थे. कड़ी सुरक्षा घेरे में वे बाबा मंदिर वीआईपी गेट पर ठीक 12:15 बजे पहुंचे. यहां पंडा धर्म रक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर एवं डीसी सह मंदिर प्रशासक मंजूनाथ भजंत्री ने उनका स्वागत किया. गृह मंत्री अमित शाह जैसे ही प्रशासनिक भवन में प्रवेश किये, पुरोहित समाज की ओर से 11 वैदिक पंडितों ने शंखनाद कर उनका शुभ स्वागत किया. शंखनाद की ध्वनि सुनकर गृहमंत्री काफी गदगद हुए व हाथ हिलाकर शंखनाद करने वाले सभी पुरोहितों का अभिवादन किया.
षोडशोपचार विधि से की पूजा
गृहमंत्री को फिलपाया के रास्ते सीधे गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया. मुख्य द्वार पर सबसे पहले गणेश की पूजा कराने के बाद उनको गर्भगृह में प्रवेश कराया गया. वहां पूर्व से मौजूद उनके पुश्तैनी पुरोहित सीताराम शिरोमणी पंडा के वंशज दीनानाथ नरौने एवं विपुल नरौने को पहचान गये और पत्नी को भी पुश्तैनी पुरोहित से परिचय कराया. गृह मंत्री व उनके पत्नी को पुश्तैनी पुरोहित ने विधिवत संकल्प कराने के बाद बाबा भोलेनाथ का पूजा प्रारंभ कराया. पूजा में दूध ,दही, घी,मधू, सक्कर, जल, फूल ,बेलपत्र आदी अर्पित करने के पश्चात नवैध अर्पित कर आरती के साथ पूजा को संपन्न किया. इस दौरान गर्भगृह में सांसद डॉ निशिकांत दुबे , सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा के अलावा सभा के महामंत्री वैदिक पंडित लंबोदर परिहस्त, पुजारी राकेश झा मौजूद रहे करीब 25 मिनट तक पूजा करने के बाद गृहमंत्री ने आरती के साथ पूजा को संपन्न किया. पूजा के बाद श्री शाह ने अपने पुरोहित की बही पर अपना नाम व वंशावली स्वयं अपने हाथों से दर्ज किया और खुद ही पुरोहित की बही पर हस्ताक्षर किये. पत्नी ने भी पुरोहित की बही में हस्ताक्षर कर यहां आने का प्रमाण दर्ज कराया. श्री शाह ने अपने पुरोहित को दक्षिणा देने के बाद अपने घर गुजरात आने का निमंत्रण दिया.
पूजा के बाद मंदिर की परिक्रमा कर पुरोहितों को हाथजोड़ कर किया अभिवादन
बाबा मंदिर में पूजा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह उन्होंने भी बाबा मंदिर की परिक्रमा की. इस दौरान अलग अलग मंदिरों में बैठे पुरोहितों के द्वारा धर्म की जय हो, अर्धम का नाश हो आदि के उद्घोष से मंदिर गूंज रहा था. पुरोहितों के जोश को देख कर श्री शाह अभिभूत दिखे. वे हाथ जोड़कर बाबाधाम के पुरोहितों का अभिवादन करते दिखे. बाबा मंदिर निकास द्वार के ठीक बगल में गृह मंत्री को स्मृति चिन्ह प्रदान करने के लिए भव्य मंच बनाया गया था. उस पर उनके बैठने की व्यवस्था की गई थी. पूजा के बाद गृहमंत्री को मंच के पास ले जाया गया, लेकिन उन्होंने मंच पर चढ़ने से मना कर दिया. उनको मंच के नीचे ही सबसे पहले पुरोहित समाज की ओर से महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र प्रदान किया. उसके बाद श्राइन बोर्ड की ओर से मंत्री बादल एवं डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. उसके बाद गृह मंत्री मंदिर से निकल गये.