MP News: मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने पीएफआई के तीनों सदस्यों को 8 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया. उनकी पहचान गुलाम रसूल शाह, गुलाम नबी और परवेज खान के रूप में हुई है. इनमें से पहले दो को भोपाल से और तीसरे को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जेल से गिरफ्तार कर भोपाल लाया गया है.
आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 121 (A) 153(B), 120-B के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ ने आरोपी गुलाम रसूल शाह (पिता अब्दुल शाह, निवासी ग्राम बांकानेर तहसील मनावर जिला धार) को भोपाल से गिरफ्तार किया. यह PFI इंदौर जिला कमेटी के सक्रिय सदस्य होकर संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के संपर्क में था. साथ ही एमपी के अलग-अलग जिलों में भ्रमण कर संगठन के सदस्यों को धार्मिक उपदेश देकर पीएफआई की विचारधारा से प्रेरित करने का काम कर रहा था.
वहीं, गुलाम नबी उर्फ साजिद खान (पिता गुलाम मुस्तफा खान निवासी जूना रिसाला इंदौर) को भी भोपाल से गिरफ्तार किया गया है, जो पीएफआई का वरिष्ठ सक्रिय सदस्य होकर एमपी में प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला के साथ फाइनेंशियल मैनेजमेंट का कार्य देखता था. साथ ही पीएफआई के वरिष्ठ पदाधिकारियों के सीधे संपर्क में रहकर संगठन के कार्यक्रमों में भड़काऊ भाषण देता था.
जबकि, परवेज खान (पिता मुजम्मिल खान निवासी औरंगाबाद, महाराष्ट्र) को उक्त प्रकरण में संलिप्त पाये जाने पर प्रोडक्शन वारंट पर औरंगाबाद जेल से लाकर गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है. यह वर्ष 2017 में तत्कालीन पीएफआई डिस्ट्रिक्ट प्रसिडेंट, औरंगाबाद, महाराष्ट्र नासिर नदवी के माध्यम से महाराष्ट्र पीएफआई से जुड़ा था. इसको वर्ष 2019 में औरंगाबाद का डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी नियुक्त किया गया. इसके बाद पुणे में शारीरिक सहनशक्ति का कोर्स करने के बाद वर्ष 2021 में इसे सम्पूर्ण महाराष्ट्र का पीई इंचार्ज बना दिया गया था. आरोपी परवेज पीएफआई के रीजनल पीई इंचार्ज हैदर हबीब निवासी कर्नाटक के साथ मध्य प्रदेश में कई बार पीई प्रशिक्षक का कोर्स कराने के लिए आता रहा था.