पटना. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा है कि पार्टी में नये अध्यक्ष के चुनाव के बाद पार्टी संसदीय बोर्ड का अब तक गठन नहीं हुआ है. ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा अभी केवल जदयू की ओर से विधान परिषद के सदस्य हैं, पार्टी में उनके पास कोई पद नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा अभी जदयू में किसी पद पर नहीं है. वे सिर्फ एमएलसी हैं. जब वो जदयू में आये थे तो तत्कालीन अध्यक्ष ने उन्हें पार्टी के संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था, लेकिन संगठन चुनाव के बाद संसदीय बोर्ड का गठन नहीं हुआ है.
ललन सिंह ने कहा कि जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद से वे स्वत: ही हटे हुए है. अभी जदयू संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष कोई नहीं है. अभी जो चुनाव हुआ है, उसके बाद कोई गठन नहीं हुआ है. केंद्रीय पदाधिकारी की सूची भी अभी जारी नहीं की गयी है. जब तक हम पदाधिकारी नहीं बनाते, तब तक अभी कोई पदाधिकारी नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ जदयू के एमएलसी के तौर पर हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने कुशवाहा को पर्याप्त इज्जत दी, लेकिन इसके बावजूद वे क्या कर रहे हैं. यह किसी से छिपा नहीं है. यह बात सब जानते हैं.
उपेंद्र कुशवाहा के बयान को लेकर पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि जो बात वे बोल रहे हैं और जो कर रहे हैं, दोनों में विरोधाभासी है. कभी बोलते हैं कि पार्टी कमजोर हो गयी है जिसे वे मजबूत करना चाहते है. रोज मीडिया में कई तरह का बयान दे रहे हैं. अब वो कार्यकर्ताओं की बैठक भी बुला रहे हैं. ऐसा करके वे पार्टी को फायदा नहीं बल्कि नुकसान पहुंचा रहे है. उपेंद्र कुशवाहा ने 19 और 20 फरवरी को पटना में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है. कुशवाहा के इस कदम के बाद बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि अब उनसे कोई बात नहीं होगी.