नीतीश कुमार ने जनता दरबार में एक व्यक्ति ने अपने घर का बिजली पर हजारों में आने की शिकायत की थी. इसपर, उन्होंने अधिकारियों क्लास लगा दी थी. इसके बाद से विभाग एक्सन मोड में आ गया है. अब,एनबीपीडीसीएल की ओर से शहर में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने का काम जारी है. हालांकि नये मीटर को लेकर उपभोक्ताओं के बीच असमंजस की स्थिति है. उसे दूर करने के लिए विशेष शिविर लगाया जायेगा. खासकर बिजली बिल विवाद और बकाया को लेकर उपभोक्ता परेशान हैं. दर्जनों ऐसे यूजर हैं, जो स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगने के बाद भी परेशानियों का सामना कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर यूजर कर रहे थे शिकायत
मुजफ्फरपुर से लगातार यूजर इस तरह की शिकायत सोशल मीडिया के जरिये विभाग के प्रधान सचिव से कर रहे हैं. ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने खासकर मुजफ्फरपुर के उपभोक्ताओं के लिए अपने आधिकारिक ट्विटर से जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर को लेकर यूजर को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. बिल के विवादों का समाधान करने और बकाया भुगतान के लिए विशेष शिविर लगाया जायेगा, ताकि उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं हो.
स्मार्ट प्री-पेड मीटर को लेकर उपभोक्ताओं की परेशानी
स्मार्ट प्री पेड मीटर की बिलिंग को लेकर जानकारी के अभाव में लोग सवाल उठा रहे हैं. सुजीत कुमार ने शिकायत की है कि स्मार्ट मीटर लगाया गया है, ऑनलाइन मीटर रिचार्ज कराने के बाद भी बिल आ रहा है. वहीं कस्टमर केयर में फोन करने पर टाल-मटोल किया जा रहा है. जितेंद्र यादव ने शिकायत की है कि बिल बहुत ज्यादा आ रहा है. शिकायतों को लेकर लोग बिजली विभाग के कार्यालय का भी चक्कर लगा रहे हैं. रिचार्ज से लेकर बैलेंस और बिजली कटने को लेकर लोगों के बीच जानकारी स्पष्ट नहीं है. मीटर लगाने के बाद बिजली खर्च के यूनिट को लेकर भी उपभोक्ता परेशान हैं.
एक महीने में लगे 10 हजार मीटर
शहरी क्षेत्र में एक महीने में 10 हजार स्मार्ट प्री-पेड मीटर लग चुका है. विभाग के प्रधान सचिव ने बताया है कि वर्ष 2025 तक पूरे मुजफ्फरपुर को कवर करने का लक्ष्य है. उन्होंने इसको लेकर उपभोक्ताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए निवेदन किया है. बताया है कि वे खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं. मुजफ्फरपुर अंचल में चल रहे स्मार्ट मीटर के इंस्टॉलेशन की हर दिन रिपोर्ट ली जा रही है.