Agra News: G20 सम्मेलन के उपलक्ष में ललित कला संस्थान में मूर्तिकला शिविर का आयोजन किया गया था. जिसमें करीब 17 विद्यार्थियों द्वारा मूर्ति कला शिक्षक गणेश कुशवाहा के निर्देशन में नगर निगम में पड़े हुए लोहे के कबाड़ व रबर के पुराने टायरों से शहर को सजाने के लिए 20 कृतियों का निर्माण किया गया है. और इन कृतियों को नगर निगम द्वारा फतेहाबाद रोड पर बनाए गए ‘वेस्ट टू वंडर पार्क’ में लोगो को प्रदर्शित करने के लिए लगाया गया है.
नगर निगम और ललित कला संस्थान के तत्वाधान में बनाई गई मूर्तियों में ग्लोब, कमल, बांसुरी, जिराफ, सारस, हिरण, गिजाई, ढोलक, तबला, गिटार आदि शामिल हैं.
गांधीजी के तीन बंदरों के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा. ऐसे में इस पार्क में तीन के साथ एक बंदर और जुड़ गया है. एक बंदर अपनी आंख बंद करें है, दूसरे ने कान बंद कर रखे हैं और तीसरे ने आंखे. वहीं चौथा बंदर जिसकी आकृति यहां बनाई गई है. वह अपने हाथ में मोबाइल पकड़े हुए. इस बंदर से यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि आजकल लोग मोबाइल के आदी हो चुके हैं. ऐसे में गांधीजी के तीन बंदरों में मोबाइल वाला बंदर भी जुड़ गया है
वेस्ट वंडर पार्क में लगी हुई ना कृतियों को देखकर रास्ते से निकलने वाले तमाम राहगीर अपने आपको यहां पर सेल्फी लेने से नहीं रोक पा रहे हैं. हालांकि अभी इस पार्क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है ऐसे में लोगों की एंट्री अभी पार्क में बंद कर दी गई है. Video