विधायक कैश कांड में तीनों विधायकों से पूछताछ के बाद इडी अब कोलकाता में पकड़े जाने के एक दिन बाद प्राथमिकी दर्ज कराने के कारणों की तलाश कर रही है. पूछताछ के दौरान तीनों विधायकों ने अपनी गिरफ्तारी को सुनियोजित साजिश का परिणाम बताया है. विधायकों के इस आरोप को कोलकाता में 49.37 लाख रुपये के साथ पकड़े जाने के दूसरे दिन अरगोड़ा थाने में प्राथमिक दर्ज कराने और आनन फानन में उसे कोलकाता भेजे जाने की घटना से जोड़ कर देखा जा रहा है.
कोलकाता पुलिस ने कांग्रेस के तीनों विधायकों को 30 जुलाई को पैसों के साथ पकड़ा था. जबकि विधायक अनूप सिंह ने 31 जुलाई को अरगोड़ा थाने में इन विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बुधवार को कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी पूछताछ के लिए इडी कार्यालय में अपने वकील चंद्र भानु के साथ हाजिर हुए. पूछताछ के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताया.
सरकार गिराने से संबंधित किसी भी साजिश में शामिल रहने से इनकार किया. इस पूरे प्रकरण व कोलकाता में कांग्रेस विधायकों की गिरफ्तारी के लिए जयमंगल सिंह को ही जिम्मेवार बताया. उन्होंने कोलकाता यात्रा का उद्देश्य आदिवासी दिवस पर गरीबों के बीच बांटने के लिए कपड़ा खरीदना बताया.
पैसों के स्रोत के सिलसिले में पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि करीब 10 लाख रुपये अपने करीबी लोगों से कर्ज लिया था. हालांकि वह कर्ज देनेवालों का पूरा ब्योरा तत्काल उपलब्ध नहीं करा सके. इडी ने पूछताछ के प्रारंभिक दौर में विधायक से उनकी आमदनी, पारिवारिक सदस्यों की आमदनी से संबंधित सवाल पूछे.
इसके अलावा इडी ने उनसे और उनके परिवार के सदस्यों की संपत्ति के बारे में जानकारी मांगी. इडी ने विधायक बनने से पहले और बाद में अर्जित संपत्ति का ब्योरा भी मांगा. विधायक इडी को अपने बैंक खातों से संबंधित ब्योरा सौंपा.