आदिवासी सेंगल अभियान के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर शनिवार 11 फरवरी को झारखंड भर के रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर चक्का जाम किया. इस कारण कई ट्रेनों को या तो कुछ देर के लिए रकना पड़ा या ट्रेनों का रूट डायवर्ट करना पड़ा. आदिवासी सेंगल अभियान के कार्यकर्ताओं ने देवघर के मधुपुर और जसीडीह के बीच स्थित मथुरापुर स्टेशन पहुंच कर रेल चक्का जाम कर दिया. सुबह करीब पौने सात बजे दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता अपने हाथों में झंडा, बैनर लेकर प्लेटफार्म के अंदर प्रवेश कर गये और डाउन बैद्यनाथधाम- आसनसोल मेमू ट्रेन को सुबह 07:07 से रोक दिया.
इधर, मथुरापुर स्टेशन पर रेल चक्का जाम करने के कारण जसीडीह में नई दिल्ली- कोलकाता टाउन राजधानी एक्सप्रेस रूकी रही. ट्रेन रोकने की सूचना मिलते ही मधुपुर आरपीएफ और रेल पुलिस के अधिकारी और जवान स्थल पर पहुंचे. जाम कर रहे कार्यकर्ताओं को समझा- बुझाकर ट्रेन खुलवाया. इस दौरान मथुरापुर में मेमो ट्रेन दो घंटे तक रुकी रही. वही, मथुरापुर में ट्रैक जाम रहने के कारण डाउन नई दिल्ली- कोलकाता टाउन राजधानी एक्सप्रेस की 30 मिनट तक जसीडीह में रुकी रही.
वहीं, दूसरी तरफ चांडिल रेलवे स्टेशन पर भी आदिवासी सेंगेल अभियान के समर्थकों ने 7 बजे से ही रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर चक्का जाम कर दिया. जिससे नीलांचल एक्सप्रेस और पुरुषोत्तम एक्सप्रेस घंटो तक रुकी रही. कार्यकर्ताओं ने रेल चक्का जाम कर रेलवे ट्रैक पर सरना धर्म कोड लागू करो, आदिवासियों का पारसनाथ पहाड़ी पर स्थित मरांग बुरु को जैनियों से मुक्त करो आदि नारेबाजी की. इसके बाद आरपीएफ, जीआरसीएस व स्थानीय चांडिल पुलिस के समझाने के बाद आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने करीब 9 बजे जाम को हटाया.