पलामू के पांकी में बुधवार को हुए हिंसा की घटना को लेकर सावधानी बररते हुए जिले में आगामी 2 दिनों तक इंटरनेट सेवा बाधित रहेगा. इधर प्रशासन ने फिर से एहतियातन पांकी में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दिया है. साथ ही साथ पुलिस मुख्यालय ने दो सीनियर आईपीएस अधिकारी इंद्रजीत महथा और प्रियदर्शी आलोक पांकी भेज दिया है. दोनों अधिकारी पांकी में ही कैंप कर रहे हैं. सुबह आईजी राजकुमार लकड़ा के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया. जिसमें डीसी ए दोड्ढे, एसपी चंदन सिन्हा समेत सभी अधिकारी मौजूद थे. इसमें 500 से अधिक जवान शामिल हुए थे.
बुधवार को हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर पुलिस ने मुखिया पति समेत दोनों समुदायों के 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. घटना में शामिल दोनों समुदायों के 100 लोगों को नामजद और 1000 से अधिक अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अन्य दोषियों को चिह्नित कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
आपको बता दें कि घटना के बाद से ही पांकी में धारा-144 लागू है. लोगों के बेवजह घर से निकलने और कहीं भी चार से अधिक लोगों के एक साथ जमा होने पर पाबंदी लगा दी गयी है. वहीं, सरकार के निर्देश पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती से पूरा पांकी छावनी में तब्दील हो चुका है.
दो समुदायों में झड़प के तत्काल बाद सरकार के आदेश पर पलामू जिले में बुधवार शाम से ही अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी थी. गुरुवार को इसका व्यापक असर दिखायी दिया. डिजिटल सेवा से पूरी तरह बाधित होने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ.