लखनऊ के सरोजनीनगर स्थित टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की 23 वर्षीया छात्रा मृणाल सिंह ने हॉस्टल की नौवीं मंजिल से कूद कर खुदकुशी कर ली है. घटना शुक्रवार की सुबह की है. मृणाल के सिर से काफी खून गिर रहा था और कई हड्डियां भी टूट गयीं. मृत मृणाल सिंह पीरबहोर थाने के अशोक राजपथ स्थित एक निजी कोचिंग संस्थान के शिक्षक कौशल किशोर सिंह की बेटी है. वह कॉलेज परिसर में ही बने छात्रावास में रहती थी. काॅलेज की अन्य छात्राओं के मुताबिक मृणाल 902 नंबर कमरे में रहती थी. उसके साथ साक्षी नाम की छात्रा भी रहती थी. लखनऊ पुलिस के अनुसार मृणाल के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें वह लिखा है कि सॉरी…मैं डॉक्टर नहीं बन सकी. इसमें उसने एमबीबीएस न कर पाने पर दुखी होने की बात लिखी है.
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मृणाल की मां हाॅस्टल के पास ही किराये पर कमरा लेकर रहती थी. बेटी की मौत की खबर सुनते ही वह तुरंत कॉलेज में पहुंचीं. शव को जमीन पर पड़ा देख वह दहाड़ मार-मार कर रोने लगीं. रोते-रोते मृणाल की मां बेसुध होकर बेहोश हो गयीं. उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद पटना से पिता लखनऊ के लिए रवाना हो गये.
पुलिस के अनुसार मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक छात्रा के डिप्रेशन में होने की जानकारी मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में मौजूद रहने वाले डॉक्टरों से मिली है. मृणाल सिंह की अटेंडेस भी कम मिला है. हालांकि, पुलिस इस बारे में अभी कुछ नहीं बोल रही है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. फोरेंसिक टीम ने जांच की है. सबूत जुटाए हैं.
साक्षी ने बताया कि मृणाल सुबह 8:45 तक क्लास में थी. इसके बाद वह हास्टल चली गयी थी. कुछ ही देर बाद सूचना मिली की मृणाल का शव हॉस्टल के नीचे पड़ा है. खून से लथपथ मृणाल को देख साथी साक्षी बेहोश हो गयी. मौके पर मौजूद लोगों की मदद से अस्पताल की इमरजेंसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृणाल को मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर पहुंचे कई पुलिस पदाधिकारी ने मृणाल के कमरे की तलाशी ली. साथ ही साथ कॉलेज के प्रिंसिपल व वार्डेन से भी पूछताछ भी की. मिली जानकारी के अनुसार बालकनी में कुर्सी रखी हुई थी. उसके साथ रहने वाली साक्षी ने बताया कि अमूमन कुर्सी यहां कभी नहीं रखी जाती.