Adani Group Latest News: अदाणी समूह की कंपनी ने निवेशकों का भरोसा बहाल करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. समूह की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन (APSEZ) ने 1,500 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है. साथ ही कंपनी ने और कर्ज चुकाने का वादा किया है.
बताते चलें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की पिछले महीने आई एक रिपोर्ट में धोखाधड़ी का आरोप लगाए जाने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आ गई है. इस कदम को समूह की ओर से निवेशकों का भरोसा कायम करने की नजर से देखा जा रहा है.
कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि एपीएसईजेड ने एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) के बकाया 1,500 रुपये सोमवार को चुका दिए और मार्च में भी कंपनी भुगतान योजना के मुताबिक 1000 करोड़ रुपये चुकाएगी.
प्रवक्ता ने बताया कि यह भुगतान मौजूदा नकदी और कारोबारी परिचालन से मिली राशि से किया गया है. अदाणी समूह कर्ज चुकाकर निवेशकों और कर्जदाताओं का विश्वास बहाल करने की उम्मीद कर रहा है. अदाणी समूह का कुल कर्ज सितंबर 2022 में 2.26 लाख करोड़ रुपये था और उसके पास नकदी 31,646 करोड़ रुपये थी.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट 24 जनवरी को आई थी. उसके बाद से ही अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली का सिलसिला चल रहा है. एक्सपर्ट का मानना है कि यह केवल एक कॉरपोरेट समूह से संबंधित अस्थायी झटका है और इससे भारत के प्रति निवेशकों का भरोसा कम नहीं हुआ है. हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि वृद्धि के मार्ग पर बने रहने के लिए अदाणी समूह को अपने पूंजी आधार को बढ़ाने और कर्ज को कम करने की जरूरत है.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) से ठीक पहले आई थी. रिपोर्ट के बाद तीन सप्ताह में अदाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 125 अरब डॉलर नीचे आ चुका है. वहीं, विपक्ष हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर सरकार पर हमलावर है. यह विवाद शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री ने संसद में अपने संबोधन में कहा था कि देश के 140 करोड़ लोगों का आशीर्वाद उनके साथ है.
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