लखनऊ . विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर योगी सरकार पर हमला बोला है. जातीय जनगणना कराने की मांग रखते हुए कहा कि विपक्ष चाहता है कि यह जल्द से जल्द हो लेकिन सरकार पिछड़ों और अतिपिछड़ों के हितों की अनदेखी कर रही है. इस दौरान सदन में उनकी वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से नोक- झोंक भी हुई. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव विधानसभा सत्र के चौथे दिन गुरुवार को उग्र अंदाज में नजर आये. उन्होंने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा की की सरकार है, इसके बाद भी राज्य सरकार जातियों की जनगणना नहीं करा रही है. सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि कि वह पिछड़ों और अति पिछड़ों के हितों से खेल रही है. सरकार सच से नहीं भाग सकती है. हम चाहते हैं कि जातीय जनगणना में देरी नहीं होनी चाहिये.
बजट में योगी सरकार के घोषणा और वादों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक साल पहले चार लाख करोड़ का निवेश लाने का दावा किया गया था. एक साल बीत गयी है. चार लाख करोड़ का निवेश कहां है यह किसी को नहीं पता है. ओडीओपी का भी काम नहीं हुआ है. कहा कि गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हो रहा है. विभिन्न योजनाओं के लिये जमीन तक उपलब्ध नहीं है. सरकार बताये सिंचाई का फंड कहां चला गया. राज्य में आठ हजार ऐसे स्कूल हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है. सरकार ने राज्यपाल के समय को खराब किया है. अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि दिल्ली सरकार भी आपका (योगी सरकार ) सहयोग नहीं करती है. बजट पेश करने के दौरान शायरी को लेकर सुर्खियां बटोर रहे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना तुकबंदी ठीक करने की सलाह भी दी .
Also Read: मुश्किलों में ‘UP में का बा’ फेम सिंगर नेहा सिंह राठौर, समर्थन में आए अखिलेश यादव और इप्टा के नेतानेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव द्वारा जनगणना के मुद्दे पर हमलावर होते ही भाजपा सरकार के मंत्री भी सरकार का बचाच कर सपा पर पलटवार करने में जुट गये हैं.
यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री (मत्स्य विभाग) और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद ने कहा है कि हमने पिछड़ों की लड़ाई लड़ी है. तत्कालीन सपा सरकार का केंद्र सरकार के साथ गठबंधन भी था. उस समय वह आगे क्यों नहीं आयी.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मीडिया को बयान दिया कि केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना को जून तक रोक रखा है. ऐसी परिस्थिति में जातीय जनगणना नहीं हो सकती है.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी चर्चित भोजपुरी गायिका नेहा सिंह के फेमस गीत “का बा ” की तर्ज पर गीत बनाकर सरकार पर निशाना साधा है.
यूपी में का बा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 22, 2023
यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा
यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा
यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा
यूपी में कारोबार का बंटाधार बा
यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा
यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा
यूपी में अगले चुनाव का इंतज़ार बा
यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा
यूपी में का बा
यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा
यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा
यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा
यूपी में कारोबार का बंटाधार बा
यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा
यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा
यूपी में अगले चुनाव का इंतज़ार बा
यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा