पटना. राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उनका जदयू से रिश्तों की अंतिम डोर भी टूट गयी. जदयू से नाता तोड़ कर अपनी नयी पार्टी बना चुके उपेंद्र कुशवाहा ने दोपहर करीब तीन बजे बिहार विधान परिषद् के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को अपना इस्तीफा सौंपा हैं. बिहार में विधानमंडल का बजट सत्र 27 फरवरी से शुरू होने वाला है. इस लिहाजा उपेंद्र कुशवाह अगले सत्र में सदन के सदस्य नहीं रहेंगे.
पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद के साथ-साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने खुद की नयी पार्टी बना ली और यह भी साफ कह दिया कि उन्हें नीतीश कुमार का दिया कोई भी उपहार अपने पास रखने की जरूरत नहीं है. कुशवाहा ने 20 फरवरी को ही यह जाहिर कर दिया था कि समय मिलते ही एमएलसी पद छोड़ने की औपचारिकता पूरी कर लेंगे. इसके बाद आज उन्होंने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है.
उपेंद्र कुशवाहा दोपहर 3 बजे बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर से मिले और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. इसके बाद स्थानीय मीडिया से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि उन्होंने बिहार विधान परिषद के सदस्य के पद से इस्तीफे का पत्र सभापति को सौंप दिया है. उम्मीद है कि बिना कोई देरी के उनके इस्तीफे को विधान परिषद के सभापति मंजूर कर लेंगे. उन्होंने आज भी जदयू को एक कमज़ोर पार्टी बताया था और नीतीश कुमार समेत पार्टी के बड़े नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाये.