पटना. पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित महागठबंधन की एकजुटता रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अगर कांग्रेस चाहे तो 2024 के चुनाव की तस्वीर बदल जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं उनको छोड़कर इधर आया, तो देश भर के हर राज्य से विभिन्न पार्टियों ने फोन कर के धन्यवाद दिया और एकजुट रहने के लिए कहा है. अब मैं कांग्रेस का वेट कर रहा हूं. उनको बोला है कि साल 2024 का चुनाव होगा तो 100 सीट भी भाजपा को नहीं मिलेगी. सब एकजुट हो जाएंगे तो बहुत बड़ी चीज होगी. हम लोग कांग्रेस के फैसले का ही इंतजार कर रहे हैं.
नीतीश कुमार भाजपा पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग उपस्थित हैं. महागठबंधन दल ने तय किया कि हम लोग एक साथ की सभा पूर्णिया से शुरू करेंगे. दिल्ली में जो दो लोग नेता कहलाते हैं, एक पीएम और एक गृह मंत्री ने यहां आकर भाषण दिया था. क्या क्या बोल रहे थे? ये क्या देश की आजादी को जानते हैं. अभी इन लोगों ने कमान संभाली है.
नीतीश कुमार कहा कि अभी जिनको हमारे खिलाफ जो बोलना है, बोलते रहें. हमारी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. मेरी एक ही ख्वाहिश है कि भाजपा को मात देना है. बिहार में उनको कुछ नहीं मिलने वाला है, देश में भी अगर हम लोग एकजुट हो जाएं तो 2024 में पता चल जाएगा कि ये किस पार्टी से किसे कहां ले जाते हैं.
नीतीश कुमार बोले कि ये तो भाजपा वाले अपने नेताओं को ही नहीं याद करते. अटल जी, अरुण जेटली, आडवाणी, किसी का नाम नहीं लेते हैं. ये किसी के नहीं हैं. सभी पार्टी के लोग जान लें कि हम तो इनके साथ हो गये थे, लेकिन अटल जी मदद करते थे. 2013 में मैंने कहा कि अटल जी बीमार हैं तो आडवाणी जी को करो तो वो मानें नहीं. किसी और को बना दिया तो हम उनसे अलग हो गए.
नीतीश कुमार ने कहा कि वो बोलते हैं कि मैंने जॉर्ज, शरद व जीतन राम मांझी को धोखा दिया. मैंने ही माझी जी को मुख्यमंत्री बनाया था, तो क्या धोखा दिया? भाजपा के साथ माझी जी गये थे, उन्होंने माझी जी को क्या बनाया, क्या दिया. अब फिर वो लोग जीतन राम मांझी को अपनी तरफ करने में लगे हैं. मांझी जी अब इधर उधर नहीं जाएंगे. नीतीश ने ये भी कहा कि जब वो अलग हुए थे तो उनको फोन आया था, लेकिन उन्होंने कह दिया कि मैं बात नहीं करूंगा.
पूर्णिया में एयरपोर्ट बनना था. मैं कितनी बार आया, लेकिन नहीं बना. आज तक कुछ नहीं किया. हम जमीन देने के लिए तैयार हैं. वो कुछ शुरू तो करें. बस आकर उनको बोलना है, करना कुछ नहीं है. आज तक कुछ नहीं किया है. वो बोलते रहते हैं. करना किसको है जी, उनको ही करना है. नीतीश कुमार ने कहा कि इन लोगों ने 2015 में घोषणा की थी, जब शुरू में हम एक साथ थे, तब कहा था कि हम बिहार की मदद करेंगे. आज तक कुछ नहीं किया.