Bihar: भागलपुर रेलवे स्टेशन एक अजीब मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि यहां प्लेटफॉर्म एक से छह के ब्रिज तक लोगों को सुविधाजनक तरीके से पहुंचाने के लिए लगाया गया लिफ्ट शनिवार को मुसीबत का सबब बन गया. लिफ्ट में मां-बेटा लगभग आधे घंटे तक फंसे रहे. इस दौरान लिफ्ट एकदम से बंद हो गया था, कोई भी बटन काम नहीं कर रहा था. इस दौरान बच्चे रोने लगे और महिला की दरवाजा पीटकर लोगों से बचाने की गुहार लगाने लगी. जब मदद नहीं मिली तो उसने अपने गांव में फोन किया.
स्टेशन पर मौजूद लोगों की मदद से खुला दरवाजा
बलुआचक की पूजा कुमारी चार नंबर प्लेटफॉर्म से फुटओवर ब्रिज तक पहुंचने के लिए लिफ्ट का उपयोग कर रही थी. उसने बताया कि वह बच्चे के साथ तेलडीहा पूजा करने गयी थी. वापसी में प्लेटफॉर्म चार पर ट्रेन से उतरी थी. इसके बाद फुटओवर पर जाने के लिए लिफ्ट पर सवार हो गयी. लिफ्ट ऊपर पहुंचकर तेज आवाज के साथ नीचे गिर गया और दरवाजा नहीं खुल रहा था और न ही बटन काम कर रहा था. इससे घबराहट होने लगी. बेटा रोने लगा. यह संयोग था कि मोबाइल था और कहीं, कुछ नहीं सूझा तो गांव में फोन की, तो गांव के लोगों ने पूछताछ केंद्र में इस बात की सूचना दी. पूछताछ केंद्र के कर्मचारी ने तत्काल राहत पहुंचाने की वजह यह कहा कि शिकायत दर्ज कर लिया गया है और मदद के लिए कर्मचारी पहुंच जायेगा. उन्होंने बतायी कि डर के मारे वह भी चिल्लाने लगी और लिफ्ट का दरवाजा पीटने लगी. राहत की बात यह रही कि बाहर से कुछ लोगों ने लिफ्ट के दरवाजे को दोनों हाथों से पकड़ कर जगह बनाया, जिससे जाने में जान आयी. इसके बाद रेलवे कर्मचारी ने पहुंचकर दरवाजा खोला.
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मेंटेनेंस न होने से आई खराबी
बताया जाता है कि स्टेशन में लगे लिफ्ट के निगरानी का कोई इंतजाम नहीं है. उसके मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दिया जाता. मेंटेनेंस न होने के कारण ही लिफ्ट में खराबी आयी और यात्रियों की जान मुश्किल में पड़ गयी. हालांकि, ऐसा पहली बार हुआ है, जब यात्री लिफ्ट में फंस गये. भागलपुर रेलवे के अधिकारी के अनुसार लिफ्ट ओवर लोड था. लोड से डेढ़ गुना अधिक लोग चढ़ गए थे, जिससे लिफ्ट बंद पड़ गया था. लोगों को ज्यादा देर तक लिफ्ट में नहीं रहना पड़ा. सुरक्षित बाहर कर लिया गया था.