बिहार के वित्त मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने रविवार को कहा है कि बिहार दौरे के क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान भाजपा की बेचैनी का प्रमाण है. बिना किसी प्रस्ताव के अमित शाह द्वारा बार-बार यह कहना कि नीतीश कुमार को एनडीए में नहीं लिया जाएगा, यह केवल भाजपा की मानसिक कुंठा का परिचायक है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कोई दाखिले का आवेदन लेकर भाजपा के दरवाजे पर खड़े तो नहीं हैं, फिर यह बात कहां से उपजी है?
मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि अमित शाह द्वारा यह पूछा गया कि नीतीश कुमार कब तेजस्वी यादव को सत्ता सौंपेंगे एवं साथ में यह भी कहा गया कि लालू प्रसाद को नीतीश कुमार धोखा देंगे. यह भाजपा की छटपटाहट का दूसरा प्रमाण है. विजय चौधरी ने कहा कि राजद और जदयू आपसी समझदारी के तहत साथ हुए हैं एवं महागठबंधन की सरकार मजबूती से चल रही है. नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव किसी को हड़बड़ी नहीं है, पर भाजपा भविष्य के संभावित नतीजे से परेशानी में है.
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री से राज्य की जनता तो यह सुनना चाह रही थी कि केंद्र बिहार को क्या मदद कर रही है? पहले से भी चल रही योजनाओं में देय केन्द्रांश का प्रतिशत घटाकर राज्यों पर वित्तीय बोझ क्यों बढ़ाया जा रहा है ? हर मानक पर राष्ट्रीय औसत से अच्छा प्रदर्शन करने पर भी इसे विशेष मदद क्यों नहीं दी जा रही है ? केंद्रीय गृह मंत्री ने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया.
बता दें कि अमित शाह ने अपने बिहार दौरे के दौरान शनिवार को वाल्मीकिनगर में विशाल रैली की थी. जहां गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन पर जमकर हमला किया था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार लालू यादव को भी धोखा देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए अब भाजपा के सारे दरवाजे बंद हो चुके हैं.