Mathura Ki Holi: मथुरा जिले के नंद गांव में लठमार होली की शुरुआत बड़े धूमधाम से की गई. नंदगांव के चौक पर रंग-बिरंगे परिधानों और सोने चांदी के आभूषण को पहनकर सजी हुई नंद गांव की हुरियारिने लठमार होली खेलने के लिए हाथों में मेहंदी लगाकर और लट्ठ लेकर पहुंची. उन्होंने हुरियारों के ऊपर जमकर लट्ठ बरसाए और हुरियारे भी अपने आप को ढाल द्वारा लट्ठों से बचाते हुए दिखाई दिए. इस दौरान नंदगांव के साथ पूरा ब्रज क्षेत्र रंग से सराबोर दिखाई दिया.
बरसाने में हुई लट्ठमार होली के बाद नंद गांव में भी लट्ठमार होली का आयोजन शुरू हुआ. नंद गांव के चौक पर हुरियारिने लहंगा और अन्य सुंदर परिधानों को पहनकर हाथों में सजे हुए लट्ठ लेकर हुरियारों पर बरसाने के लिए पहले से ही पहुंच गई. जैसे ही लठमार होली की शुरुआत हुई हुरियारिनों ने अपने लट्ठ नंद गांव के हुरियारों पर बरसाना शुरू कर दिए. जहां एक तरफ हुरियारिने लट्ठ बरसा रही थी वहीं दूसरी तरफ हुरियारे अपनी ढाल से अपना बचाव कर रहे थे.
नंदगांव की होली में हुरियारिने प्रेम रूपी लट्ठ हुरियारों के ऊपर बरसाती हैं. भले ही लट्ठ कितना भी मजबूत हो लेकिन कोई भी हुरियारा इनसे चोटिल नहीं होता. बताया जाता है कि अगर भूले से किसी को चोट भी लग जाती है तो ब्रज की मिट्टी लगाकर उस चोट को सही कर लिया जाता है और हुरियारे फिर से होली में मगन हो जाते हैं. नंद गांव में लट्ठमार होली की शुरुआत होते ही चारों तरफ रंग बरसने लगा. छतों पर और छज्जे ऊपर खड़े लोगों ने भी हुरियारों के ऊपर गुलाल और रंग जमकर बरसाया और चारों तरफ राधा कृष्ण के जयकारों की गूंज होने लगी.
पौराणिक मान्यता के अनुसार श्री कृष्ण और उनके ग्वाल साथी बरसाने कि राधा रानी और गोपियों को निमंत्रण देकर आते हैं. जिसके लिए वह नंद गांव में होली खेलने आती हैं. इस दौरान जब ग्वाल बाल और कृष्ण राधा गोपियों को परेशान करते हैं तो वह उनके ऊपर लट्ठ बरसाती हैं और इसी प्रथा को नंद गांव में और ब्रज क्षेत्र में सालों से अनवरत मनाया जा रहा है.
विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली को देखने के लिए क्षेत्रीय लोगों के साथ देश विदेश से भी तमाम श्रद्धालु नंद गांव पहुंचते हैं. लठमार होली के दिन नंद गांव में इस कदर लोगों का हुजूम उमड़ता है कि चारों तरफ पैर रखने की भी जगह नहीं बचती. लठमार होली के दौरान जहां एक तरफ हुरियारिन हुरियारों के ऊपर लट्ठ बरसा रही थी. वहीं दूसरी तरफ से तमाम महिलाएं फाग गीत गा रही थी और इन फाग गीतों पर पुरुष डांस कर रहे थे.
होली के इस पावन त्यौहार पर किसी भी प्रकार कि कोई असामाजिक गतिविधि ना हो इसके लिए जिला प्रशासन ने हर जगह पुलिसकर्मियों को तैनात किया था. भारी संख्या में पुलिस बल नंद गांव में तैनात किया गया था. वर्दी के साथ ही तमाम सुरक्षा कर्मी सिविल ड्रेस में भी तैनात थे जो असामाजिक तत्वों पर अपनी निगरानी रख रहे थे. video