नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लिए 667 करोड़ रुपये की लागत से 6 डोर्नियर विमान खरीदने की खातिर शुक्रवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से करार किया. एचएएल को ठेका देने की घोषणा करते हुए रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 6 नए विमानों से वायुसेना की दूर-दराज के इलाकों में अभियान चलाने की क्षमता बढ़ेगी. डोर्नियर-228 विमान बहुउद्देशीय और हल्के मालवाहक विमान हैं.
शुक्रवार को जारी किए गए एक विज्ञप्ति के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने 10 मार्च को भारतीय वायुसेना के लिए 667 करोड़ रुपये की लागत से 6 डोर्नियर-228 विमानों की खरीद की खातिर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ करार किया. बयान के मुताबिक, इन विमानों का इस्तेमाल भारतीय वायुसेना द्वारा परिवहन और संचार उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है. साथ ही, इनका इस्तेमाल वायुसेना के मालवाहक विमानों के पायलटों को प्रशिक्षित करने में हो रहा है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वायुसेना द्वारा डोर्नियर विमानों का इस्तेमाल रूट ट्रांसपोर्ट रोल करने और संचार के लिए किया गया था. इसके बाद इसका इस्तेमाल भारतीय वायुसेना के ट्रांसपोर्ट पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए भी किया गया है. रिपोर्ट में बतायाय गया है कि एचएएल के इन 6 विमानों उन्नत किस्म के इंजन और प्रोपेलर के साथ पांच ब्लेड भी लगे होंगे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का डोर्नियर विमान भारत के पूर्वोत्तर के राज्यों में आधा तैयार या फिर छोटे रनवे पर लैंडिंग करने में सक्षम है. इसके साथ ही, यह भारत के द्वीपों पर कम समय में सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से पहुंचा सकता है. बताया जा रहा है कि वायुसेना के बेड़े में डोर्नियर विमानों को शामिल किए जाने के बाद देश के दूर-दराज इलाकों में आपात स्थिति के दौरान अभियान चलाने में काफी मदद मिलेगी.
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