पटना. राजभवन ने बिहार के सात विश्वविद्यालयों के कुल सचिवों के कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. इसके साथ ही टीएमयू भागलपुर के एफओ के कर्तव्य निर्वहन पर भी रोक लगा दी गयी है. राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंगथु ने इस आशय की अधिसूचना जारी की है. उन्होंने विश्वविद्यालयों को पत्र भेजकर इसे सख्ती से लागू कराने को भी कहा है.
इन विश्वविद्यालयों के कुल सचिवों के कार्यों पर लगी रोक
राजभवन द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विवि, मुंगेर विवि, मगध विवि, पटना विवि, एमएमएच अरबी फारसी विवि और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुल सचिवों के कार्यों पर अगले आदेश तक के लिए पाबंदी लगायी गयी है. इस दौरान वे किसी तरह का दायित्व भी नहीं निभा सकेंगे. इसके अलावा राजभवन ने तिलका मांझी विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्शी और वित्त पदाधिकारी के कार्यों पर भी तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगायी गयी है.
नियुक्ति प्रक्रिया की जांच को लेकर लिया गया निर्णय
नए राज्यपाल ने इन पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया की जांच को लेकर यह निर्णय लिया है. चर्चा है कि इन सभी पदाधिकारियों की नियुक्ति पिछले कुलाधिपति के कार्यकाल के आखिरी वक्त में की गयी थी. राजभवन ने इससे पहले भी विश्वविद्यालयों में बनाए गए प्रभारी कुलपतियों को किसी प्रकार का नीतिगत निर्णय लेने पर रोक लगा दी थी. इस संबंध में राजभवन सचिवालय के एडिशनल सेक्रेट्री राम अनुग्रह नारायण सिंह ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र भी भेजा था.
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