पटना के फुलवारीशरीफ में परिवहन विभाग का नया बस टर्मिनल बनाने का काम अंतिम चरण में है. भवन निर्माण विभाग इस नये बस टर्मिनल को बना रहा है. नये बस टर्मिनल से जहां बसों की आवाजाही होगी, वहीं परिवहन से जुड़े सारे कामकाज और दफ्तर को भी राजधानी के अलग-अलग हिस्सों से यहां शिफ्ट किया जायेगा. इसलिए इसे परिवहन कॉम्प्लेक्स भी नाम दिया गया है. यहां बस स्टैंड के साथ ही दफ्तरों के भवन और अधिकारियों व कर्मियों के रहने के लिए फ्लैट्स भी तैयार किये जा रहे हैं. लेकिन, अभी यहां से बसों की शुरुआत होने में थोड़ा वक्त लगेगा.
जानकारी के मुताबिक, भवन निर्माण विभाग की तरफ से यहां पर तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है, लेकिन अप्रैल तक यहां से सभी सुविधाओं के शुरू होने पर संशय है. परिवहन कॉम्प्लेक्स 95 फीसदी बनकर तैयार हो गया है, लेकिन अब तक भवन निर्माण विभाग से एनओसी नहीं मिला है.
दरअसल पटना के दिल समझे जाने वाले गांधी मैदान से सटे ही बांकीपुर बस डिपो है. बांकीपुर बस डिपो से सरकारी बसों के साथ ही निजी बसें बिहार और देश के दूसरे हिस्सों के लिए खुलती हैं. फुलवारीशरीफ में परिवहन भवन बनने के बाद सभी बसों का परिचालन बांकीपुर से बंद हो जायेगा.
परिवहन भवन में परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए 40 से अधिक फ्लैट्स का निर्माण पूरा हो चुका है. इन फ्लैटों में बिजली कनेक्शन पहुंचाया जा चुका है. यहां करीब 164 करोड़ रुपये से परिवहन विभाग के सभी दफ्तरों के लिए 12 भवनों का भी निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. इसी परिवहन भवन से सिटी बसें भी खुलेंगी.
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बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के प्रशासक सनी सिन्हा का कहना है कि भवन निर्माण विभाग की तरफ से तेजी से काम किया जा रहा है, लेकिन मार्च महीने में बसों की आवाजाही या परिवहन भवन से कामकाज शुरू होने पर संदेह है. जब तक भवन निर्माण विभाग से एनओसी नहीं मिल जाता है, तब तक यहां से बसों के परिचालन की शुरुआत नहीं होगी.