Bihar: भागलपुर-बरहरवा के बीच 137 किमी तीसरी लाइन बनेगी. इसके लिए सर्वे करने की मंजूरी मिली थी. इस नयी तीसरी रेल लाइन के लिए ईस्टर्न रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग ने एरियल सर्वे का काम पूरा कर लिया है. अब लोकेशन व फिजिबिलिटी सर्वे होगा. यह जिम्मेदारी दिल्ली की कंपनी को सौंपी गयी है.
बड़हरवा स्टेशन से भागलपुर स्टेशन के रेलवे ट्रैक और यार्ड का सर्वे कराया गया है. इधर, रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग की निगरानी में एरियल सर्वे का काम पूरा कराया गया है. एरियल सर्वे के दौरान ड्रोन और स्टीरियो फोटोग्रामेट्री टेक्नोलॉजी से बड़हरवा से भागलपुर के बीच तीसरी और चौथी लाइन के निर्माण को लेकर उच्च तकनीक से सर्वे का काम पूरा कराया गया है.
तीसरी रेललाइन बनाने से पहले रेलवे सर्वे में इसका फायदा-नुकसान का आकलन करेगी. यह देखा जायेगा कि तीसरी रेललाइन बनने के बाद इससे गुजरने वाली एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, पैसेंजर और मालगाड़ियों की संख्या में कितना इजाफा होगा और इससे रेलवे की आय कितनी बढ़ेगी. इतना ही नहीं इस दौरान रेलवे इसका भी अध्ययन करेगी कि इसके निर्माण में होने वाले खर्च की भरपाई करने में रेलवे को कितना समय लग सकता है.
तीसरी रेललाइन बिछने से मेन लाइन पर ट्रेनों का दबाव घटेगा. इससे यात्रियों को समय की बचत होगी. दरअसल, हाल के दिनों में मालदा-भागलपुर रेलखंड पर ट्रेनों की संख्या बढ़ी है. पहले सिंगल रेल लाइन पर ट्रेनों के क्रॉसिंग की समस्या से यात्री की यात्रा बोझिल हो रही थी, तो दोहरीकरण कराया गया. अब दोहरीकरण लाइन के अप व डाउन लाइन पर ट्रेनों की संख्या बढ़ गयी है. अगर अप लाइन की बात करें, तो जबतक एक ट्रेन नजदीकी स्टेशन पर पहुंच नहीं जाती है, तब तक उसी लाइन की ट्रेन पीछे के स्टेशन पर रुकी रहती है.
Published By: Thakur Shaktilochan