पटना. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने 2025 तक सूबे के हर मंडल व नगर में संघ की शाखाएं खोलने व उसमें नियमित गतिविधियां करने का लक्ष्य रखा है. 2025 में ही संघ अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर रहा है. इसके साथ ही संगठन ने अपने शताब्दी वर्ष और भगवान महावीर के निर्वाण के 2550 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बिहार को केंद्र बिंदु बना कर महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया है.
भगवान महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का केंद्र बनेगा बिहार
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से लौटे संघ के उत्तर-पूर्व क्षेत्र कार्यवाह डाॅ मोहन सिंह ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज की ‘स्व’ त्रयी को आधार बनाकर संघ का शताब्दी वर्ष अभियान चलेगा. इसमें बिहार की भूमि पर अवतरित होने वाले भगवान महावीर के संदेशों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. पर्यावरण से लेकर स्वरोजगार जैसे ज्वलंत समस्याओं का निदान देने के लिए विश्व का यह विराट संगठन एक विस्तृत योजना पर कार्य आरंभ कर चुका है. भगवान महावीर के अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्यारोहण के 350वें वर्ष एवं महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य पर भी देश भर में आयोजन होगा.
बिहार में 1132 स्थान पर लग रहीं 1608 शाखाएं
उत्तर-पूर्व क्षेत्र कार्यवाह ने बताया कि वर्तमान में बिहार में 1132 स्थान पर संघ की 1608 शाखाएं लगती हैं. इसके अलावा 569 स्थान पर साप्ताहिक मिलन और 69 स्थान पर संघ मंडली चलती है. संघ द्वारा बिहार में 200 से अधिक स्थानों पर सेवा कार्य किये जा रहे हैं. प्रांत के अनुसार देखा जाये, तो उत्तर बिहार में 713 स्थान पर 948 शाखा एवं दक्षिण बिहार में 419 स्थान पर 660 शाखा लगती हैं. संघ की योजना है कि सभी मंडल, नगर और बस्तियों में संघ की शाखा 2025 तक नियमित रूप से लगने लगे.
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